प्रधानमंत्री बनने को लेकर क्या है नितिन गडकरी की इच्छा? समर्थकों की सलाह पर कर दिया साफ
Nitin Gadkari on Plans to become PM: भारतीय जनता पार्टी में प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का नाम विपक्ष के नेता और पार्टी कार्यकर्ता अक्सर विकल्प के तौर पर देते रहे हैं. अब इसपर खुद नितिन गडकरी ने चुप्पी तोड़ दी है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है, ‘वर्तमान समय में राजनीति में आर्टिफिशियल छवि बनाई जाती हैं. दिल्ली में प्रशंसकों की कोई कमी नहीं है. कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि आप प्रधानमंत्री बनने लायक हैं, लेकिन मैं प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहता.’ इस बयान को जारी रखते हुए नितिन गडकरी कहते हैं, ‘इसलिए मैं उनसे कहता हूं कि मुझे आपकी सलाह की जरूरत नहीं है.’
नितिन गडकरी नागपुर में वरिष्ठ पत्रकार श्रीराम पवार को दिए गए गिरीश गांधी सामाजिक कार्य पुरस्कार के समारोह में बोल रहे थे. इसी दौरान उन्होंने उस मुद्दे को भी संबोधित किया, जिसको लेकर उनके कार्यकर्ता अक्सर अपील करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके समर्थक अक्सर ये अपील करते हैं कि वो प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं, लेकिन इस अपील को खारिज करते हुए नितिन गडकरी ने साफ कर दिया कि वो प्रधानमंत्री बनना नहीं चाहते हैं.
संघ से संगठन तक गडकरी की मजबूत पकड़
गडकरी को नरेंद्र मोदी सरकार के सबसे सफल मंत्री के तौर पर पहचाना जाता है. सड़क परिवहन क्षेत्र में उनके कामकाज की तारीफ विपक्षी दलों के नेता भी कर चुके हैं. वहीं नागपुर से संबंध रखने वाले गडकरी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी संगठन में भी अच्छी पकड़ रखते हैं. गडकरी 2010 से 2013 तक बीजेपी के प्रमुख भी रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के चेहरे के तौर सामने रखा था. नरेंद्र मोदी के नाम के पहले जिन संभावित चेहरों पर राजनीतिक जानकार कयास लगाते थे, उनमें नितिन गडकरी का नाम भी शामिल है.
बीजेपी की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र नेता के तौर पर शुरुआत करने वाले गडकरी साल 1989 में महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य चुने गए. 1999 से 2005 तक गडकरी महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष भी रहे. साल 2010 में बीजेपी ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया और वो इस पद पर बैठने वाले सबसे युवा नेता थे. इससे पहले गडकरी महाराष्ट्र बीजेपी के प्रमुख थे.
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