पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत की सख्ती, CDA को समन कर PNG सौंपा, डिटेल में जानें

नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद भारत बहुत सख्ती से पेश (India Action Against Pakistan) आ रहा है. भारत ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त (CDA) को समन कर एक PNG सौंपा है. PNG का मतलब प्रोटोकॉल नोट है. इन नोट में तीन एडवाइजर्स को PNG घोषित किए जाने की बात कही गई है.
ये भी पढ़ें- सिंधु समझौता स्थगित, अटारी बॉर्डर बंद, भारत छोड़ें पाक नागरिक… भारत के 5 बड़े एक्शन | 10 बड़ी बातें
पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी साद अहमद वराइच को समन किया गया है. इसके साथ ही एयर, नेवल और डिफ़ेंस एडवाइज़र को भी नोट सौंपा गया है. इस नोट में कहा गया है कि नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति (पर्सोना नॉन ग्राटा) घोषित किया जाता है. उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है.
इस्लामाबाद से वापस बुलाए जाएंगे रक्षा सलाहकार
इसी तरह से भारत भी इस्लामाबाद से अपने रक्षा सलाहकारों को वापस बुलाएगा. पांच सहयोगी स्टाफ भी वापस बुलाए जाएंगे. इन पदों को अब शून्य माना जाएगा. प्रोटोकॉल नोट में भारत ने हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से भारत विरोधी गतिविधियों और बयानबाजी पर चिंता जताई है.
बता दें कि PNG या प्रोटोकॉल नोट एक औपचारिक राजनयिक नोट होता है. इसे कोई भी देश दूसरे देश के खिलाफ अपनी चिंताओं के बारे में उसे आधिकारिक रूप से अवगत कराने के लिए इस्तेमाल करता है.
CCS बैठक में अहम फैसला
पहलगाम में हुए हमले में 26 लोगों की मौत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई, जिसमें इस कायरतापूर्ण हमले के प्रति भारत के जवाबी कदमों को अंतिम रूप दिया गया तथा सुरक्षा बलों को उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया गया.
पाकिस्तान संग राजनयिक संबंधों में होगी कटौती
सीसीएस की बैठक के बाद देर शाम विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संवाददाताओं को फैसलों से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि एक मई तक राजनयिक संबंधों में और कटौती के माध्यम से पाकिस्तानी और भारतीय उच्चायोगों में तैनात लोगों की कुल संख्या घटाकर 55 से 30 कर दी जाएगी.
मिस्री ने कहा कि पहलगाम हमले के सीमापार संबंधों को सीसीएस को दी गई जानकारी में उजागर किया गया, जिसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ कदम उठाने का निर्णय लिया गया. नयी जवाबी कार्रवाइयों ने दोनों पक्षों के बीच मौजूद कुछ कूटनीतिक तंत्रों को बंद कर दिया है, जिससे द्विपक्षीय संबंध एक और नए निम्न स्तर पर पहुंच गए हैं.