नयनार नागेंद्रन बने तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष, AIADMK संग गठबंधन के बाद हुआ फैसला
Tamil Nadu BJP Chief: तमिनाडु में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. सत्ताधारी दल डीएमके को टक्कर देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कमर कसनी शुरू कर दी. बीते दिन शुक्रवार (11 अप्रैल, 2025) को एआईएडीएमके के साथ गठबंधन की घोषणा की गई तो आज शनिवार (12 अप्रैल, 2025) को नयनार नागेंद्रन को अपनी तमिलनाडु इकाई का अध्यक्ष चुना है.
तिरुनेलवेली से तीन बार विधायक रहे नागेंद्रन के. अन्नामलाई की जगह लेंगे और उनका पहला काम अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की किस्मत चमकाना होगा. तमिलनाडु में बीजेपी अपनी जमीन मजबूत करने पर जोर रही है, ऐसे में नयनार नागेंद्रन की भूमिका और भी अहम हो जाती है. शुक्रवार को राज्य बीजेपी पद के लिए नामांकन करने वाले नागेंद्रन एकमात्र उम्मीदवार थे. अब वो के. अन्नामलाई की जगह लेंगे.
एआईएडीएमके से बीजेपी में हुए शामिल नागेंद्रन
खास बात ये है कि बीजेपी ने राज्य में मुख्य विपक्षी दल एआईएडीएमके के साथ नए सिरे से गठबंधन की घोषणा कर दी है और नागेंद्रन उस पार्टी के पूर्व सदस्य रह चुके हैं. उन्होंने 2001 और 2011 में एआईएडीएमके के टिकट पर तिरुनेलवेली सीट जीती थी, उसके बाद उन्होंने पार्टी बदल ली.
तो क्या के. अन्नामलाई को इसलिए हटाया गया पद से?
तमिलनाडु की राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा आम हो चली है कि के. अन्नामलाई को हटाए बिना बीजेपी-एआईएडीएमके का गठबंधन नहीं हो सकता था क्योंकि अन्नामलाई इस गठबंधन के पक्ष में नहीं थे. वो कई बार इस गठबंधन की जरूरत को लेकर सवाल उठा चुके हैं. वहीं, एआईएडीएमके ने भी उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता और एमजी रामचंद्रन सहित कई अन्य प्रतिष्ठित नेताओं का अपमान किया.
वहीं, एनडीटीवी ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों से हवाले से बताया है कि अन्नामलाई को आश्वस्त किया जाएगा कि पार्टी उनकी ‘बर्खास्तगी’ को सजा के तौर पर नहीं देखती, बल्कि राज्य में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखती है. उन्हें यह भी बताया जाएगा कि पार्टी उन्हें केंद्र में कोई बड़ी भूमिका दे सकती है.
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