धुंध की चादर में लिपटा पूरा दिल्ली-एनसीआर, हवा में जहर ‘400’ के पार
दीवाली से पहले दिल्ली-एनसीआर की हवा एक बार फिर से जहरीली (Delhi Pollution) हो गई है. ठंड शुरू होने से पहले स्मॉग का सीजन लौट आया है. दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में एक बार फिर से आसमान में धुंध की चादर देखी जा रही है. प्रदूषण इतना है कि इंडिया गेट पूरी तरह से धुंध में लिपटा नजर आ रहा है. एक्यूआई खतरे (Delhi Poor AQI) के निशान के पार पहुंच गया है.
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मंगलवार को दिल्ली के कई इलाकों में AQI 300 के पार रहा. मंगलवार को यहां पर AQI 438 रिकॉर्ड किया गया. दिल्ली के आनंद विहार की हवा आज भी सबसे ज्यादा दूषित दर्ज की गई है. 16 अक्टूबर को सुबह 8 बजे आनंद विहार इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स 433 दर्ज किया गया, जो कि गंभीर श्रेणी में है. अलीपुर इलाके में एक्यूआई 233 खराब श्रेणी में रहा.वहीं बुराड़ी क्रॉसिंग में भी एक्यूआई 244 यानी कि खराब दर्ज किया गया है. यहां सबसे ज्यादा एक्यूआई 321 रहा.
दिल्ली-नोएडा के लोग स्मॉग से सतर्क रहें
नोएडा में भी आसमान और बिल्डिंगों के ऊपर धुंध की धुंधली परत दिखाई दे रही है. इससे लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है. खासकर सांस के मरीजों को इस वक्त काफी सतर्क रहने की जरूरत है. स्मॉग यानी कि दिल्ली-नोएडा में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए इसके लिए उपाय भी लागू किए जा रहे हैं. प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का पहला चरण लागू किया जा चुका है.
स्मॉग के पीछे की बड़ी वजह पंजाब, हरियाणा समेत आसपास के राज्यों में पराली जलाना है. पराली की वजह से ही ये धुआं उड़कर आसमान में फैल जाता है और पूरे दिल्ली-एनसीआर को अपनी चपेट में ले लेता है. इस जहरीली हवा में लगों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है. इस पर सियासत भी जमकर हो रही है.
दिल्ली की हवा जहरीली,ग्रेप-1 लागू
दिल्ली सरकार का कहना है कि पंजाब में पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं पहले से काफी कम हुई हैं. लेकिन बीजेपी शासित राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं ज्यादा देखी जा रही हैं.विभागों और उच्च अधिकारियों संग बैठक में दिल्ली की सीएम आतिशी ने कहा कि राजधानी में इस बार अब तक 200 दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक अच्छा रहा, लेकिन, पिछले दो दिन से प्रदूषण बढ़ा है. अभी एक्यूआई खराब श्रेणी में है और सोमवार से ही ग्रेप-1 लागू हो गया है.
एंटी स्मॉग गन से प्रदूषण कंट्रोल की कोशिश
स्मॉग को कम करने के लिए दिल्ली-एनसीआर में एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल शुरू हो गया है. धूल और प्रदूषण रोकने के लिए पीडब्ल्यूडी सड़कों को युद्धस्तर पर ठीक कर रहा है. इसके अलावा एमसीडी समेत अन्य सभी विभागों को भी उनके अधिकार क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत कराने को कहा गया है. पीडब्ल्यूडी 200, एमसीडी 30, एनसीआरटीसी 14 और डीएमआरसी 80 एंटी स्मॉग गन प्रदूषण रोकने के लिए लगाने जा रहा है.
जगह-जगह पानी का छिड़काव
दिल्ली-एनसीआर में लागू हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का असर नोएडा में भी देखा जा रहा है. नोएडा प्राधिकरण की कई टीमों ने अलग-अलग इलाकों में निरीक्षण भी शुरू किया है. पहले ही दिन 20 टैंकर से धूल नियंत्रण करने के लिए पानी का छिड़काव भी किया गया. स्मॉग पर नियंत्रण के लिए हर संभव कोशिशें शुरू कर दी गई हैं.