दिल्ली CM आवास को PWD ने किया सील, AAP का आरोप- CM आतिशी का सामान बाहर फेंका
नई दिल्ली :
दिल्ली का मुख्यमंत्री आवास (Delhi CM House) एक बार फिर चर्चा में है. दिल्ली सरकार के सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सीएम हाउस को सील कर दिया है. अवैध इस्तेमाल के आरोप में सीएम हाउस को सील किया गया है. इसके बाद मुख्यमंत्री आतिशी (Atishi) के कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री आवास खाली कराया गया है. साथ ही उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है. साथ ही आप ने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर फेंक दिया गया. इस विवाद पर उपराज्यपाल कार्यालय ने बयान जारी कर कहा है कि शीश महल सीएम आवास नहीं है.
दिल्ली सरकार की पीडब्ल्यूडी विभाग की टीम बुधवार को सीएम आवास को सील करने के लिए पहुंची. मुख्यमंत्री आवास को सील करने का कारण हैंडओवर की प्रक्रिया का पालन नहीं करने को बताया गया है. दिल्ली के विजिलेंस विभाग ने पीडब्ल्यूडी के दो सेक्शन ऑफिसर और अरविंद केजरीवाल के पूर्व स्पेशल सेक्रेटरी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है.
LG पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप
अरविंद केजरीवाल द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद दिल्ली की नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री यहां शिफ्ट हुई थीं. मुख्यमंत्री आतिशी के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री आवास खाली कराया गया है. उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के इशारे पर उपराज्पाल ने जबरन सीएम आतिशी का सामान सीएम आवास से निकाला गया.
साथ ही कहा कि उपराज्यपाल की ओर से भाजपा के किसी बड़े नेता को सीएम आवास आवंटित करने की तैयारी चल रही है. 27 साल से दिल्ली में वनवास काट रही भाजपा अब सीएम आवास कब्जाना चाह रही है.
उपराज्यपाल कार्यालय ने CM हाउस मामले में क्या कहा?
उपराज्यपाल कार्यालय ने बयान में कहा कि इस घर का मालिक अन्य सभी मुख्यमंत्रियों के आवास की तरह पीडब्ल्यूडी है. पीडब्ल्यूडी ही घर खाली होने पर उसका कब्जा लेता है, उसकी इंवेंट्री बनाता है और फिर उसको विधिवत आवंटित करता है. पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घर खाली करने का नाटक तो किया पर पीडब्ल्यूडी को घर का कब्जा नहीं दिया. वह क्या छुपा रहे थे?
साथ ही उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा कि यह घर सीएम आतिशी को अब तक आवंटित नहीं किया गया है. उनका आवंटित आवास अभी भी 17 AB मथुरा रोड है. दो घर कैसे आवंटित हो गए? बयान में कहा गया कि सीएम आतिशी ने बिना आवंटन के स्वयं अपना सामान उस घर में रखा और फिर खुद ही वहां से हटाया. चिंता न करें, यह बंगला विधिवत इंवेंट्री तैयार करने के बाद तत्काल मुख्यमंत्री को आवंटित कर दिया जाएगा.
CM हाउस को लेकर केजरीवाल पर बरसी भाजपा
दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद से अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देने के बाद सीएम हाउस को भी खाली कर दिया था. हालांकि भाजपा लगातार उनके सीएम हाउस के इस्तेमाल का आरोप लगा रही थी. इस मामले में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि आपके पाप का घड़ा भर गया है. उन्होंने कहा कि आपका भ्रष्टाचारी शीशमहल आखिरकार सील हो ही गया.
उन्होंने कहा, “आज सुबह ही भाजपा ने मांग की थी कि वो भ्रष्टाचारी बंगला शीशमहल जिसका सेंक्शन प्लान पास नहीं हुआ, जिसे अथॉरिटी की तरफ से इसके निर्माण की पूर्णता का प्रमाण पत्र नहीं मिला, उसमें आप कैसे रह रहे थे.”
उन्होंने कहा कि उस बंगले में ऐसे कौनसे राज दफन हैं, जिसके कारण आपने नियमों का उल्लंघन किया और सरकारी विभाग को चाबी नहीं दी. उन्होंने कहा कि आप दो छोटे टैंपो में सामान ले गए, लेकिन सारी दिल्ली जानती है कि इसका कब्जा आपके पास था.
मनमानी कर रही है भाजपा : संजय सिंंह
इससे पहले आप ने आरोप लगाया था कि अधिकारियों के दबाव में आकर आतिशी को सरकारी बंगला आवंटित नहीं किया जा रहा है, जबकि केजरीवाल यह बंगला कब का खाली कर चुके हैं. हम इस तरह की स्थिति को दिल्ली में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस संबंध में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि भाजपा ने अब तक विधिक रूप से आतिशी को सरकारी बंगला आवंटित नहीं किया है, जबकि अरविंद केजरीवाल कब का बंगला खाली कर चुके हैं. भाजपा अब इसमें भी मनमानी कर रही है.
अरविंद केजरीवाल पिछले नौ साल से सरकारी बंगले में रह रहे थे, लेकिन बीते दिनों उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उन्हें नियमों के अनुरूप इसे खाली करना पड़ा.