दिल्ली को पंजाब का गेट बनाकर आगे बढ़ेगी बीजेपी! जानें 27 साल बाद मिली इस जीत के क्या हैं मायने?
<p style="text-align: justify;">दिल्ली में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली है. दिल्ली में 27 साल बाद मिली जीत बीजेपी के लिए काफी खास मानी जा रही है. कहा ये भी जा रहा है कि दिल्ली में बीजेपी की वापसी पंजाब में पार्टी के लिए नया द्वार खोल सकती है.</p>
<p style="text-align: justify;">वरिष्ठ पत्रकार शंभू भद्र बताते हैं कि बीजेपी को जिस तरह से दिल्ली में प्रचंड जीत मिली है, 27 साल का सूखा खत्म हुआ है. यहां 15 साल से कांग्रेस और 11 साल से आप की सरकार थी. दिल्ली में पंजाबी समुदाय काफी एक्टिव है. उधर, पंजाब में बीजेपी लगातार हाथ पैर मार रही है. <br /><br />शंभू भद्र के मुताबिक, पंजाब में बीजेपी का संगठन मजबूत नहीं है. ऐसे में इसकी बहुत अधिक संभावना है कि दिल्ली में बीजेपी चौंकाते हुए पंजाबी चेहरे को मुख्यमंत्री बनाए, ये ऐसा चेहरा हो सकता है जो दिल्ली में भी चर्चित हो और पंजाब में भी चर्चित हो. इससे बीजेपी संदेश दे सकती है कि दिल्ली के बाद अब पंजाब की बारी है. <br /><br /><strong>कौन बन सकता है दिल्ली सीएम?</strong><br /><br />शंभू भद्र कहते हैं कि अगर बीजेपी किसी पंजाबी चेहरे को सीएम बनाती है तो उसमें मंजिंदर सिंह सिरसा सबसे आगे हैं. वे राजौरी गार्डन से चुनाव जीते हैं. बीजेपी पहले भी गुमनाम चेहरों को सीएम बनाती रही है. हालांकि, सीएम रेस में कई नाम हैं. इनमें प्रवेश वर्मा हैं. साहिब सिंह के बेटे हैं. विजेंद्र गुप्ता हैं. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा हैं. इसके अलावा मीनाक्षी लेखी, स्मृति ईरानी और मनोज तिवारी के भी नाम हैं. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong> सिख समुदाय को साध सकती है बीजेपी</strong><br /><br />शंभू भद्र के मुताबिक, माना जा रहा है कि बीजेपी पंजाबी को सीएम बना सकती है. इससे पंजाब का द्वार खोला जा सकता है. इसके अलावा दिल्ली में 1984 के जो दंगे हुए, जिसकी वजह से कांग्रेस से सब नाराज हैं. उसे लेकर भी मैसेज दे सकती है. इससे सिख समुदाय बीजेपी के साथ सीधे तौर पर जुड़ सकता है. अभी तक पंजाब में बीजेपी को सफलता नहीं मिली है. हालांकि, बीजेपी लंबे वक्त से वहां पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है. लोकसभा में बीजेपी को पंजाब में सीटें मिलती रही हैं, हालांकि, विधानसभा चुनाव में सफलता नहीं मिली है. </p>
<p style="text-align: justify;">- बीजेपी की कोशिश है कि पंजाब में भी अपनी पैठ मजबूत की जाए. अब दिल्ली में जीत का बीजेपी पंजाब में भी मौका बनाना चाहेगी और वहां आधार बना सकती है. </p>
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