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त्रिकोणासन करने से मसल्स मजबूत, पाचन और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार, यहां पढ़ें ट्राएंगल योग करने का तरीका और फायदे



How To Do Triangle Yoga: त्रिकोणासन योग का एक प्रमुख आसन है जो आपके मानसिक और शारीरिक स्वाथ्य के लिए बहुत लाभकारी है. इसे अंग्रेजी में ट्राएंगल पोज कहा जाता है. यह आसन शरीर को मजबूती और लचीलापन प्रदान करने के साथ-साथ मानसिक शांति भी प्रदान करता है. हर वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का विचार प्रधानमंत्री मोदी को 27 सितंबर 2014 में आया. संयुक्त राष्ट्र महासभा में उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा था कि योग भारत की प्राचीन परंपरा की अमूल्य देन है. इसलिए इसको कायम रखना हमारी जिम्मेदारी है. हर वर्ष की तरह इसबार भी योग दिवस मनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर योगासन करते हुए खुद का AI वर्जन वीडियो शेयर किए थे. इस दौरान उन्होंने त्रिकोणासन योग करने के फायदे बताए हैं और इसे करने का सही तरीका भी शेयर किया.

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त्रिकोणासन करने के स्वास्थ्य लाभ | Benefits of Doing Trikonasana

मांसपेशियों को मजबूत करता है: यह आसन पैरों, घुटनों, टांगों, छाती और हाथों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है.
लचीलापन बढ़ाता है: यह रीढ़ की हड्डी, कमर और कंधों को लचीला बनाता है.
पाचन में सुधार: पेट की मांसपेशियों पर खिंचाव डालने से पाचन तंत्र में सुधार होता है.
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार: खून में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाकर शरीर के कई अंगों को ज्यादा ऑक्सीजन मिलता है.

त्रिकोणासन करने के मानसिक लाभ:

तनाव और चिंता में कमी: यह आसन मन को शांत कर तनाव और चिंता को कम करता है.
ब्रेन फंक्शनिंग में सुधार: मानसिक संतुलन और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है.

त्रिकोणासन करने के आध्यात्मिक लाभ:

ऊर्जा के प्रवाह में सुधार: यह आसन ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित करता है, जिससे शरीर और मन को नई ऊर्जा मिलती है.

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त्रिकोणासन करने की विधि | How To Do Trikonasana

  • सीधे खड़े हो जाएं, पैर एक-दूसरे से लगभग 3-4 फीट की दूरी पर रखें.
  • अपने दोनों हाथों को कंधों के समानांतर सीधा फैलाएं, हथेलियां नीचे की ओर रखें.
  • दाएं पैर को 90 डिग्री बाहर की ओर मोड़ें और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर मोड़ें.
  • सांस छोड़ते हुए अपने दाएं हाथ को धीरे-धीरे नीचे की ओर झुकाएं और दाएं पैर के पास रखें. बाएं हाथ को सीधा ऊपर की ओर उठाएं, नजरें बाएं हाथ की उंगलियों पर केंद्रित रखें.
  • इस स्थिति में 15-30 सेकंड तक रहें, गहरी सांस लें और छोड़ें.
  • सांस लेते हुए धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक स्थिति में आएं.
  • अब बाएं पैर के साथ भी यही प्रक्रिया दोहराएं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)




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