ढाका में हिन्दू संगीतकार के घर को भी नहीं छोड़ा, पहले लूटा सामान, फिर आग लगाकर भागे
बांग्लादेश में जो आग सुलगी वो फिलहाल तो थमने का नाम नहीं ले रही है. बांग्लादेश में हो रही हिंसा में कई लोगों की जान चली गई. वहीं लोगों के घर आग के हवाले कर दिए गए, यहां तक कि उपद्रवियों ने पुलिस थानों तक को नहीं बख्शा. थानों में घुसकर भी उपद्रवियों ने खूब लूटपाट की. शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद अब गुस्साई भीड़ ने हिंदू संगीतकार राहुल आनंदा के घर में लूटपाट की और फिर उनके घर को आग के हवाले कर दिया.
हमलावर लूट ले गए हर सामान
भीड़ ने सोमवार दोपहर को ढाका के धानमंडी 32 में स्थित संगीतकार के घर पर हमला किया. हालांकि शुक्र इस बात का रहा कि आनंदा, उनकी पत्नी और उनका बेटा हमले से बच निकलने में सफल रहे, लेकिन हमलावरों ने उत्पात मचाते हुए बांग्लादेशी आर्टिस्ट के घर से हर वो सामान लूट लिया, जो उनके हाथ लगा. यहां तक कि भीड़ कीमती सामान चुरा ले गई. आनंद के पूरे घर को तहस-नहस कर दिया. यहां तक कि उनके उस म्यूजियम को भी नहीं छोड़ा गया जिसमें हाथ से बने वाद्ययंत्र रखे हुए थे.
फर्नीचर और शीशे का सामान तक नहीं छोड़ा
बांग्लादेश के इंग्लिश न्यूज पेपर द डेली स्टार से बात करते हुए, आनंद के एक करीबी सूत्र ने कहा कि हमलावरों ने पहले गेट तोड़ा और फिर घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी. साथ ही ये भी बताया, “लोग फर्नीचर और शीशे से लेकर सभी कीमती सामान सब कुछ लूट ले गए. इसके बाद, उन्होंने राहुल दा के संगीत वाद्ययंत्रों के साथ-साथ पूरे घर को आग के हवाले कर दिया.”संगीतकार, गीतकार और गायक राहुल आनंद ढाका में जोलर गान नामक एक लोकप्रिय लोक बैंड चलाते हैं. सरकारी सेवाओं में विवादास्पद नौकरी कोटा को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री को पद से हटाए जाने के एक दिन बाद बांग्लादेश में हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों पर हमले तेज हो गए हैं.
बांग्लादेश की स्थिति पर भारत की पैनी नजर
समाचार एजेंसी AFP के अनुसार, पिछले दो दिनों में हिंसक प्रदर्शनकारियों द्वारा कई घरों, व्यवसायों प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों को आग लगा दी गई और उनमें जमकर तोड़फोड़ की गई. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि नई दिल्ली “अल्पसंख्यकों की स्थिति के संबंध में स्थिति की निगरानी कर रही है.”