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टैरिफ, डिफेंस डील, इंमिग्रेशन पॉलिसी… PM मोदी के एजेंडे में क्‍या-क्‍या, ट्रंप से खुलकर होगी बात



वाशिंगटन:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका पहुंच गए हैं. पीएम मोदी और राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की इस 2.0 दोस्ती पर दुनियाभर के देशों की नजरें हैं. ट्रंप से पीएम मोदी जब-जब मिले हैं, तो एक अलग ही गर्मजोशी देखने को मिली है. इस बार भी कुछ इसी तरह की गर्मजोशी की उम्‍मीद है. इस दो दिवसीय दौरे में पीएम मोदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ व्यक्तिगत और प्रतिनिधिमंडल स्तर पर द्विपक्षीय बैठक करेंगे. वह उन चंद विश्व नेताओं में शामिल हैं, जो ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद अमेरिका की यात्रा कर रहे हैं. मोदी और ट्रंप की बैठक में कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है. विदेश नीति पर नजर रखने वाले एक्‍सपर्ट्स का कहना है कि कुछ संवेदनशील मुद्दों पर भी बातचीत हो सकती है. हालांकि, पीएम मोदी की यात्रा के दौरान क्या एजेंडा होगा, इस पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

रक्षा क्षेत्र में मजबूत होने रिलेशन

रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल ए. के. सिवाच ने बताया, ‘पीएम मोदी के दौरे से भारत और अमेरिका के जो रिलेशनशिप है, उसमें और गर्मजोशी आएगी. मुझे लगता है मिलिट्री टू मिलिट्री रिलेशनशिप बनेंग डिफेंस इक्विपमेंट और मिलेंगे. हो सकता है लड़ाकू विमान F35 की भी कहीं ना कहीं बात हो सकती है, क्योंकि यह पहली बार है कि जो बेंगलोर का हमारा एरो शो चल रहा है, उसके अंदर रूस और अमेरिका के जो फ्लैगशिप प्रोजेक्ट फिफ्थ जनरेशन के दोनों ने भेजे हैं. ये हैं रूस का AU57 और अमेरिका का F35. मुझे लगता है, उस पर भी कोई ना कोई बातचीत हो सकती है.’ इसके अलावा   भारत और अमेरिका के बीच 31 ड्रोन की डील हुई, उनकी डिलीवरी में कुछ देरी हुई, उस पर बात हो सकती है. भारत और अमेरिका के बीच में जी 404 इंजन जो कि जी एरोस्मिथ नहीं आया, अब मार्च में आएगा, तो मुझे लगता है प्रधानमंत्री इसको प्रेशराइज करेंगे कि जी 404 इंजन जल्दी से जल्दी आए. 

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PM मोदी और राष्‍ट्रपति ट्रंप के एजेंडे में क्‍या?

  • राष्‍ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के एजेंडे में निवेश, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी और आप्रवासन से संबंधित मामले भी शामिल होने की संभावना है.
  • पिछले महीने ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद यह मोदी और ट्रंप के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक होगी.
  • PM मोदी, अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी के केंद्र में स्थित अमेरिकी राष्ट्रपति के अतिथि गृह ब्लेयर हाउस में ठहरे हैं.
  • राष्ट्रपति के अतिथि गृह ब्लेयर हाउस में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों ने उनका जोरदार स्वागत किया. कड़ाके की ठंड और बारिश के बावजूद, समुदाय के सदस्य ब्लेयर हाउस में एकत्र हुए और भारतीय और अमेरिकी झंडे लहराते हुए ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारों के साथ उनका स्वागत किया.
  • हाई टैरिफ से बचने और ट्रेड बास्‍केट का विस्तार करने के उद्देश्य से, मोदी की प्रमुख प्राथमिकता भारत के खिलाफ वाशिंगटन द्वारा किसी भी हाई टैरिफ को रोकने की भी संभावना है.
  • ट्रंप द्वारा अमेरिका में वैश्विक इस्पात और एल्यूमीनियम आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा के तुरंत बाद मोदी की अमेरिका यात्रा हो रही है, इस कदम से भारतीय कंपनियों पर असर पड़ने की उम्मीद है.
  • भारत-अमेरिका के बीच हिंद-प्रशांत, यूक्रेन की समग्र स्थिति और पश्चिम एशिया के विकास पर भी बातचीत करने की संभावना है. 
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (डीएनआई) तुलसी गबार्ड के साथ बैठक की और भारत-अमेरिका दोस्ती के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को व्हाइट हाउस की अपनी यात्रा के दौरान अरबपति एलन मस्क से मुलाकात करने वाले हैं. उनके अन्य व्यापारिक नेताओं से भी मिलने की उम्मीद है.
  • प्रधानमंत्री के रूप में पीएम मोदी की यह 10वीं यात्र है. प्रधानमंत्री के रूप में पीएम मोदी की अमेरिका की पहली यात्रा 2014 में हुई थी, जब बराक ओबामा राष्ट्रपति थे.

क्‍यों खास है ट्रंप की दूसरी में PM से उनकी मुलाकात 

भारत के प्रधानमंत्री का यह दौरा अपने आप में काफी अहमियत रखता है. दरअसल, बीते दिनों में डोनाल्ड ट्रंप ने कई ऐसे फैसले लिए हैं, जिनका भारत पर प्रत्यक्ष तौर पर डायरेक्ट या इनडायरेक्ट परोक्ष रूप से असर देखने को मिला है. इतना ही नहीं डोनाल्‍ड ट्रंप ने भारत से व्यापार और आव्रजन के मुद्दे पर भी कई बयान दिए हैं जिनके गहरे मायने हैं. जाहिर है ऐसे में पीएम मोदी के इस अमेरिकी दौरे पर दुनिया भर की निगाहें टिकी हुई हैं, तो डोनाल्ड ट्रंप की दूसरी जो पारी शुरू हुई है, उसके बाद यहां पर पीएम मोदी चौथे लीडर है, जो अमेरिका के दौरे पर हैं. इससे पहले ट्रंप से मुलाकात जिन लीडर्स की हुई है, उनमें इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू, जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा और जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला बिन अल हुसैन शामिल हैं. 

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ट्रैरिफ हाइक पर होगी बात?

पीएम मोदी की यह यात्रा ऐसे वक्त हो रही है, जब ट्रंप 20 जनवरी को पद संभालने के बाद विभिन्न देशों से आयात किए जाने वाले सामान पर शुल्क लगाने की धमकी दे रहे हैं. ट्रंप के निशाने पर इस समय सबसे ऊपर चीन और कनाडा हैं. भारत का बाजार भी बेहद बड़ा है. अमेरिका के बाद भारत ही कारों का सबसे बड़ा उपभोक्‍ता है. हालांकि, भारत पर अभी तक ट्रंप ने कोई टैरिफ हाइक का कोई तीर तो नहीं छोड़ा है, लेकिन कुछ दिनों पहले भारत से अमेरिकी बाइक्‍स को लेकर एंपोर्ट ड्यूटी में कुछ रियायत देने की अपील की थी, जिसे भारत ने माना भी. एक्‍सपर्ट्स की मानें तो राष्‍ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के बीच टैरिफ को लेकर बातचीत हो सकती है.      

अवैध प्रवासियों को निर्वासित करने का मुद्दा भी गरमाया हुआ है  

पीएम मोदी की यात्रा से पहले पंजाब के 30 लोगों सहित 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान पांच फरवरी को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था. यह अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत ट्रंप प्रशासन द्वारा निर्वासित किया जाने वाला भारतीयों का पहला जत्था था. इन भारतीयों को जैसे भारत भेजा गया, उसे लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोमवार को दिल्ली में कहा कि जिस तरह से भारतीयों के एक समूह को अमेरिका से वापस भेजा गया, उससे भारत में काफी चिंता, आक्रोश और गुस्सा पैदा हुआ है तथा दिल्ली को वाशिंगटन के समक्ष यह मुद्दा उठाना चाहिए. राष्‍ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के बीच अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर भी बातचीत होने की संभावना है. भारत से बड़ी संख्‍या में लोग अमेरिका जाते हैं, इनमें कुछ अवैध तरीके से भी पहुंचते हैं. इसे लेकर भारत भी काफी चिंतित है. 

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व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा सहयोग… इन मुद्दों पर हो सकती है बात

भारत ने मोदी की यात्रा के बारे में कहा कि इससे दोनों देशों के बीच ‘महत्वपूर्ण साझेदारी’ को दिशा और गति मिलेगी. वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि यह यात्रा आपसी हित के सभी क्षेत्रों में नये प्रशासन के साथ बातचीत करने का एक ‘महत्वपूर्ण मौका’ प्रदान करेगी. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस वार्ता में कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा ‘भारत-अमेरिका साझेदारी के महत्व को दर्शाती है और यह अमेरिका में इस साझेदारी को दोनों देशों से प्राप्त समर्थन को भी दर्शाती है.’ पीएम मोदी अमेरिका में व्यापारिक नेताओं और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे. मिस्री ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. उन्होंने कहा था कि क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिति पर चर्चा के अलावा कई द्विपक्षीय मुद्दों पर भी वार्ता होने की उम्मीद है. विदेश सचिव ने कहा था, ‘व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा सहयोग, आतंकवाद-निरोध, हिंद-प्रशांत सुरक्षा और लोगों के बीच संबंधों सहित कई क्षेत्रों में दोनों देशों के हितों में स्पष्ट समानता है. प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा इस महत्वपूर्ण साझेदारी को अतिरिक्त दिशा और गति प्रदान करेगी. हम उम्मीद करते हैं कि यात्रा के अंत में एक संयुक्त वक्तव्य पारित किया जाएगा, जिसे समय आने पर साझा किया जाएगा.’

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