घाटी में तीन दिन में 3 आतंकी हमले महज इत्तेफाक नहीं गहरी चाल है, टाइमिंग को समझें
पहला आतंकी हमला
आतंकियों ने रियासी में पहला हमला 9 जून को किया था. शिवखोड़ी धाम में दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की बस को आतंकियों ने निशाना बनाया था. इस हमले में 9 श्रद्धालुओं की जान चली गई थी, वहीं 33 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. पुलिस का कहना है कि श्रद्धालुओं से भरी बस शिवकोड़ी मंदिर से कटरा वापस लौट रही थी, उसी दौरान घात लगाए बैठे आतंकियों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. फायरिंग से घबराए ड्राइवर ने बस से अपना कंट्रोल खो दिया, दिसकी वजह से बस सामने खाई में जा गिरी. पुलिस के मुताबिक, ये घटना 9 जून को पोनी इलाके में शाम करीब सवा छह बजे हुई थी.
दूसरा आतंकी हमला
शिवखोड़ी आतंकी हमले के बाद सेना सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने में लगी ही थी कि आतंकियों ने एक दिन बाद ही कठुआ को निशाना बना लिया. आतंकियों ने कठुआ में तहसील हीरानगर के सोहल इलाके में गोलियां बरसाईं थीं. सुरक्षा बलों ने इस आतंकी हमले के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी थी. वहीं जवाबी कार्रवाई में सेना ने एक आंतकी को ढेर कर दिया था.
तीसरा आतंकी हमला
रियासी और कठुआ के जख्म अभी सूखे भी नहीं थे कि आतंकियों ने मंगलवार देर रात डोडा को निशाना बना लिया. इस बार आतंकियों ने सेना के बेस को अपना निशाना बनाया है. इस हमले में पांच जवान और SPO अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए. सेना आतंकियों को पकड़ने के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है. फिलहाल पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन के मुताबिक, जिले के चतरगला इलाके में 4 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की एक संयुक्त चौकी पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की.
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