क्या चीज़ से पूरी होगी प्रोटीन की जरूरत? मसल बनाने के लिए कैसे खाएं चीज़ | Is cheese a good source of protein | Cheeses High in Protein
Is cheese a good source of protein?: चीज़ का नाम सुनते ही पिज्जा, सैंडविच और पास्ता जैसे लजीज खाने की तस्वीरें दिमाग में घूमने लगती हैं. अब तो भारत में भी चीज काफी पॉपुलर हो चुका है. खासकर शहरी इलाकों में लोग इसे बड़े चाव से खाने लगे हैं. जाहिर है कि यहां भी चीज़ की कई वैरायटीज उपलब्ध हैं, जैसे पनीर या cheddar (चेडर), जो हर किचन में अपनी जगह बना चुके हैं. चीज़ का क्रीमी और स्मूथ टेक्सचर इसे बच्चों से लेकर बड़ों तक सबका फेवरेट बनाता है. साथ ही, यह प्रोटीन से भरपूर भी है, जिससे कई लोग इसे हेल्दी मानते हैं. लेकिन क्या चीज़ अकेले हमारी रोजाना की प्रोटीन की जरूरत पूरी कर सकता है? आइए जानते हैं.
क्या चीज़ से पूरी होगी प्रोटीन की जरूरत? | Is cheese a good source of protein?
हालांकि चीज़ प्रोटीन से भरपूर है, लेकिन इसे अपना मुख्य प्रोटीन सोर्स बनाना सही नहीं है. न्यूट्रिशनिस्ट अमिता गद्रे के मुताबिक, चीज़ में प्रोटीन के साथ-साथ हाई फैट और सोडियम भी होता है, इसलिए इसे बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं खाया जा सकता. Parmesan Cheese (पार्मेसन) के 100 ग्राम में 38 ग्राम प्रोटीन होता है, लेकिन साथ ही 29 ग्राम फैट भी होता है. इसी प्रकार Low-Fat Paneer (लो-फैट पनीर): इसमें 20 ग्राम प्रोटीन है, लेकिन फैट की मात्रा भी 22 ग्राम है.
तो क्या चीज़ खाना बंद कर दें?
बिल्कुल नहीं! चीज़ को अपनी डाइट में शामिल करना बिल्कुल सही है, लेकिन इसे संतुलित मात्रा में खाएं. सही प्रकार का चीज़ चुनना बेहद जरूरी है, और प्रोसेस्ड चीज़ से बचना चाहिए.
प्रोसेस्ड चीज़ से क्यों बचें?
प्रोसेस्ड चीज़ में प्रिजर्वेटिव्स और आर्टिफिशियल कलर्स होते हैं, जो इसे लंबे समय तक खराब नहीं होने देते. लेकिन यह सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है. इसके अलावा इसमें सोडियम भी काफी ज्यादा होता है. एक स्लाइस प्रोसेस्ड चीज़ में करीब 400 मिलीग्राम सोडियम होता है, जो हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है. यही नहीं प्रोसेस्ड चीज़ में पोषक तत्व जैसे कैल्शियम और प्रोटीन कम हो जाते हैं, और इसमें सिर्फ फैट और प्रिजर्वेटिव्स बचते हैं.
चीज़ को अपनी डाइट में सही तरीके से शामिल करें:
इसे सब्जियों और साबुत अनाज (whole grains) जैसे फाइबर-युक्त फूड्स के साथ खाएं ताकि यह एक बैलेंस्ड मील बने. इसके अलावा केवल चीज़ पर निर्भर न रहें. अपनी डाइट में प्रोटीन के अन्य स्रोत जैसे चिकन, मछली, अंडे, दालें और टोफू को भी शामिल करें.
प्रोसेस्ड चीज़ की बजाय ताजा या होममेड चीज़ को प्राथमिकता दें. अगर इसे बैलेंस्ड मील के साथ खाया जाए, तो चीज़ सेहत का साथी बन सकता है. लेकिन इसे अपनी डाइट का अकेला हीरो न बनाएं, बल्कि बाकी पोषक तत्वों के साथ इसे जोड़ें ताकि आपकी सेहत और स्वाद दोनों का ध्यान रखा जा सके.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)