कौन हैं मोहम्मद मोखबर, जो ईरान के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने हैं?
नई दिल्ली:
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत के बाद राष्ट्रपति की सीट खाली हो गई है. इस बीच ईरान की सरकार ने राष्ट्रपति चुनाव का ऐलान कर दिया है. देश का 14वां राष्ट्रपति चुनाव 28 जून को होगा. रिपोर्ट के अनुसार, न्यायपालिका, सरकार और संसद के प्रमुखों की बैठक में राष्ट्रपति चुनाव की तारीख तय की गई. प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है.
कैसे हुई मौत?
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर रविवार को ईरान के उत्तर पश्चिम प्रांत ईस्ट अजरबैजान के पहाड़ी इलाके में लापता हो गया था. सोमवार सुबह उसका मलबा बरामद हुआ. हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन समेत टीम के सदस्यों की मौत की पुष्टि हुई.
क्या कहता है ईरान का संविधान?
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के संविधान का अनुच्छेद 131 कहता है कि अगर पद पर रहते हुए किसी ईरानी राष्ट्रपति की मौत होती है तो सबसे पहले शासन चलाने के लिए उपराष्ट्रपति को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में पद संभालना पड़ता है. उपराष्ट्रपति के पास मात्र 50 दिन तक ही सत्ता संभालने का अधिकार रहता है. इसी 50 दिन के भीतर ईरान के लिए नए राष्ट्रपति का चुनाव कराना होता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्यक्रम के आधार पर पंजीकरण 30 मई से 3 जून तक किया जाएगा. इसके बाद उम्मीदवारों को 12 से 27 जून तक चुनाव प्रचार कर सकते हैं. आईआरएनए के अनुसार, संवैधानिक परिषद ने प्रारंभिक रूप से कार्यक्रम पर सहमति दे दी है.
मोहम्मद मोखबर कौन है?
2021 में जब ईरान में इब्राहिम रईसी ने राष्ट्रपति का पद संभाला तो उन्होंने मोहम्मद मोखबर को अपना पहला उपराष्ट्रपति नामित किया था. मोहम्मद मोखबर ने सालों तक अयातुल्ला अली खामनेई के आदेश पर बने फाउंडेशन का नेतृत्व भी किया है. बता दें कि साल 2007 में मोखबर को इस पद पर अयातुल्ला खामनेई ने नियुक्त किया था. बता दें कि इब्राहिम रईसी के बाद देश में दूसरे सबसे बड़े नेता के रूप में मोहम्मद मोखबर को जाना जाता है. साथ ही वह ईरान के उपराष्ट्रपति भी हैं.
बता दें कि मोहम्मद मोखबर 8 अगस्त 2021 से ईरान के 7वें और वर्तमान पहले उपराष्ट्रपति हैं. मोखबर वर्तमान में एक्सपीडिएंसी डिस्कर्नमेंट काउंसिल के सदस्य भी हैं. वह इसके पहले सिना बैंक में बोर्ड के अध्यक्ष और खुजेस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर रह चुके हैं. साल 1955 में मोहम्मद मोखबर का जन्म ईरान के डेजपुल में हुआ था. उनके पास डॉक्टरेट की दो डिग्रियां हैं. इसमें से एक अंतर्राष्ट्रीय अधिकारों में एक डॉक्टरेंट अकादमिक पेपर और एक एमए की डिग्री शामिल है.