कौन हैं नयनार नागेंद्रन, जो बन सकते हैं तमिलनाडु में BJP प्रदेश अध्यक्ष? अमित शाह ने किया बड़ा इशारा
<p style="text-align: justify;">तमिलनाडु बीजेपी इकाई को नया नेतृत्व मिलने जा रहा है और इस बार कमान सौंपी जा रही है वरिष्ठ नेता नयनार नागेंद्रन को, जो प्रदेश बीजेपी के 13वें अध्यक्ष बनेंगे. राज्य में चल रही नामांकन प्रक्रिया के तहत केवल एक ही नामांकन पत्र दाखिल हुआ है, जो नागेंद्रन का है. इससे साफ हो गया है कि तमिलनाडु बीजेपी के नए अध्यक्ष वही होंगे. इस बात की पुष्टि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर की.</p>
<p style="text-align: justify;">गृह मंत्री <a title="अमित शाह" href="https://www.abplive.com/topic/amit-shah" data-type="interlinkingkeywords">अमित शाह</a> ने अपने पोस्ट में लिखा, "तमिलनाडु बीजेपी को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए केवल नयनार नागेंद्रन का नामांकन मिला है. तमिलनाडु बीजेपी इकाई के अध्यक्ष के रूप में के. अन्नामलाई ने सराहनीय उपलब्धियां हासिल की हैं. चाहे प्रधानमंत्री <a title="नरेंद्र मोदी" href="https://www.abplive.com/topic/narendra-modi" data-type="interlinkingkeywords">नरेंद्र मोदी</a> की नीतियों को लोगों तक पहुंचाना हो या गांव-गांव तक पार्टी के कार्यक्रमों को पहुंचाना हो, अन्नामलाई का योगदान अभूतपूर्व रहा है. बीजेपी अन्नामलाई के संगठनात्मक कौशल का लाभ पार्टी के केंद्रीय संगठन में उठाएगी."</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>2017 में बीजेपी में शामिल हुए थे नयनार नागेंद्रन</strong> </p>
<p style="text-align: justify;">उल्लेखनीय है कि नयनार नागेंद्रन का राजनीतिक सफर लंबा और अनुभवों से भरा रहा है. वह 2001 में अन्नाद्रमुक के टिकट पर तिरुनेलवेली सीट से पहली बार विधायक बने थे. जयललिता के नेतृत्व वाली सरकार में उन्होंने परिवहन, उद्योग और बिजली जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी. वह 2011 में भी इसी सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे, लेकिन इस बार उन्हें मंत्री पद नहीं दिया गया. इसके अलावा 2006 और 2016 के विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. जयललिता की मृत्यु के बाद 2017 में नागेंद्रन बीजेपी में शामिल हो गए.</p>
<p style="text-align: justify;">नयनार नागेंद्रन ने प्रदेश बीजेपी में तेजी से अपनी पकड़ बनाई. साल 2021 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने फिर से तिरुनेलवेली सीट से जीत दर्ज की और उन्हें विधानसभा में बीजेपी विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया. इसके अलावा वह 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों में भी किस्मत आजमा चुके हैं, हालांकि दोनों ही बार उन्हें जीत हासिल नहीं हो सकी.</p>
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