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काला सागर सुरक्षा समझौते पर सहमति जताने से रूस को क्या मिलेगा? यहां जानिए



Russia Ukraine Black Sea Agreement: रूस ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने काला सागर में समुद्री सुरक्षा समझौते पर सहमति जताने के बदले में फूड, फर्टिलाइजर और शिपिंग कंपनियों पर लगे प्रतिबंधों को हटाने में उसकी मदद करने पर सहमति जताई है. वहीं अमेरिका ने कहा कि रूस और यूक्रेन ने एक-दूसरे के ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर सैन्य हमलों नहीं करने पर भी सहमति जताई है. यदि ये समझौते लागू होते हैं, तो ये समझौते व्यापक युद्धविराम की दिशा में अब तक की सबसे बड़ी बात होगी. वाशिंगटन इसे यूक्रेन में रूस के तीन साल पुराने युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में देखता है.

रूस को क्या मिलेगा

  • अमेरिका ने कहा कि इस समझौते से रूस को कृषि और उर्वरक निर्यात के लिए विश्व बाजार में पहुंच बहाल करने, समुद्री बीमा लागत कम करने और ऐसे लेनदेन के लिए बंदरगाहों और भुगतान प्रणालियों तक पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी.
  • रूस ने कहा कि वह वाशिंगटन के साथ काला सागर समझौता करने पर सहमत हो गया है. इसके तहत अब काला सागर में नौवहन की सुरक्षा सुनिश्चित करना, बल का प्रयोग न करना और सैन्य उद्देश्यों के लिए वाणिज्यिक जहाजों के उपयोग को रोकना शामिल है.
  • क्रेमलिन ने कहा कि समुद्री सुरक्षा पर समझौता कई शर्तों के पूरा होने के बाद लागू होगा. इसमें उसके प्रमुख कृषि बैंक, खाद्य और उर्वरक के निर्यातकों और रूसी जहाजों पर प्रतिबंधों को हटाना शामिल है. रूस को कृषि मशीनरी की आपूर्ति पर प्रतिबंध भी हटा दिए जाएंगे, साथ ही खाद्य (मछली उत्पादों सहित) और उर्वरकों के उत्पादन में शामिल अन्य सामानों पर भी प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे.

यूक्रेन को क्या मिलेगा?

वाशिंगटन ने कहा कि वह यूक्रेन के साथ सहमत है कि संयुक्त राज्य अमेरिका युद्धबंदियों के आदान-प्रदान, नागरिक बंदियों की रिहाई और जबरन स्थानांतरित यूक्रेनी बच्चों की वापसी में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. यह सौदा प्रभावी रूप से ब्लैक सी इनिशिएटिव की वापसी है, जिसे 2022 में तुर्की और संयुक्त राष्ट्र की मदद से बनाया गया था, और साथ ही तीन साल के समझौता ज्ञापन के तहत यूएन के अधिकारियों ने रूस को उसके खाद्य और उर्वरक निर्यात को विदेशी बाजारों में पहुंचाने में मदद करने पर सहमति व्यक्त की थी.

रूस ने 2023 में इस पहल से खुद को अलग कर लिया, यह शिकायत करते हुए कि उसके अपने खाद्य और उर्वरक निर्यात में गंभीर बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि मॉस्को को वर्तमान में काला सागर के रास्ते अपने अनाज को बाजार तक पहुंचाने में गंभीर समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ रहा है.





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