कांग्रेस ने चांद का वादा किया था, लेकिन उसे पूरा नहीं किया… गारंटी पर एनडीटीवी से बोले हरदीप पुरी
नई दिल्ली:
गारंटी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच छिड़े विवाद और पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के कमेंट्स के बीच पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि विपक्ष पार्टी चांद का वादा तो करती है लेकिन उसे पूरा नहीं करती है.
एनडीटीवी से एक्सक्लूजिव बातचीत करते हुए, हरदीप पुरी ने विपक्ष के मुफ्त में चीजें बांटने और बीजेपी के लाभार्थी मॉडल के बीच अंतर भी बताया. मंत्री हरदीप पुरी ने कर्नाटक में कथित मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाले और शिवसेना (उद्वव बालासाहेब ठाकरे) के एक सांसद द्वारा पूर्व भाजपा नेता शाइना एनसी के खिलाफ किए गए इंसल्टिंग कमेंट के बारे में भी बात की, जिन्होंने अब पार्टी की सहयोगी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट को ज्वॉइन कर लिया है.
हरदीप पुरी ने कहा, “एक शासन मॉडल जो सफल है, जो लोगों को आर्थिक विकास और कल्याण प्रदान करता है, वह शासन मॉडल है. कोई भी अन्य मॉडल, जो मुफ्त चीजों या वास्तविकता से परे खोखले वादों पर आधारित है, वह शासन मॉडल नहीं है.”
गारंटी पर बीजेपी के लिए जुमला और धोखे जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने को लेकर खरगे पर हमला करते हुए मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता, अध्यक्ष पद मिलने पर बहुत एक्साइटिड हुए होंगे लेकिन अब वो इसकी दूसरी साइड भी देख रहे हैं.
हरदीप पुरी ने कहा, “ऐसे वादे मत किजीए जिन्हें आप पूरा न कर पाएं. अगर आप रिव्यू जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो आप चीजों को डिलीवर नहीं पर पाए हैं और यह एक कटू सत्य है. कांग्रेस अजीबोगरीब दावे करती है – वह चांद का वादा करती है लेकिन उसे पूरा नहीं कर पाती और फिर फंस जाती है. अगर आप हिमाचल प्रदेश में शौचालयों के निर्माण पर कर लगाने के बारे में सोचना चाहते हैं तो आप मुश्किल में हैं.”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए मंत्री ने कहा कि हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस को आगामी महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए खतरा दिखने लगा है और उन्हें एहसास है कि उनका खटा-खट, फटा-फट मॉडल फेल हो रहा है.
हरदीप पुरी ने कहा, “जहां तक दामों की बात है तो तमाम दिखावे के बाद भी कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल और डीजल बीजेपी शासित राज्यों की तुलना में 10 रुपये महंगा है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के मुफ्तखोरी मॉडल और प्रधानमंत्री आवास योजना और उज्जवला योजना, जैसी योजनाओं के लाभार्थियों के बीच बुनियादी अंतर है.”
उन्होंने कहा, “पंजाब में आम आदमी पार्टी ने 300 युनिट फ्री इलेक्ट्रिसिटी देने का वादा किया था और कुछ परिवारों के पास दो-तीन कनेक्शन हैं और अमीर लोग इस स्कीम का गलत फायदा उठा रहे हैं. हमारा मॉडल है कि आप हमारे पास आएं और हम से रीजनेबल कीमतों पर सोलर पैनल खरीदें. आप इसमें से 300 यूनिट अपने इस्तेमाल के लिए ले सकते हैं और बाकि की बिजली का इस्तेमाल आपके ही घर में चार्जिंग स्टेशन के रूप में किया जा सकता है, जिससे आप कुछ पैसे भी कमा सकते हैं. किसी को मुफ्त में खाने के लिए मछली देने और किसी को मछली पकड़ना सिखाने में जमीन-आसमान का अंतर है, जिससे वो सोसाइटी का एक प्रोडक्टिव सदस्य बन सके.”