एक तवायफ जो बनी सिनेमा की पहली ‘शो वुमन’, शादी के लिए हिंदूओं को बनाया मुसलमान, बेटी-दामाद और नाती कहलाए सुपरस्टार और राजनेता

नई दिल्ली:
1930 के दशक में जब भारत क्रांति की लपटों में घिरा हुआ था और ब्रिटिश शासन का संघर्ष तेज़ हो गया था. तब फ़िल्म उद्योग भी फल-फूल रहा था. इसी दौर में एक प्रतिभाशाली संगीतकार ने सिनेमा की दुनिया में कदम रखा. वेश्यालय में जन्मी और पली-बढ़ी उस महिला ने छोटी उम्र से ही संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी. उसकी खूबसूरती काबिले तारीफ थी. उसने सिनेमा में अपनी एक अलग रचनात्मक कलात्मक पहचान बनाई. यह महिला कोई और नहीं, बल्कि जद्दनबाई थीं. वह सुपरस्टार नरगिस की मां और संजय दत्त की नानी थीं. वह 1892 के आसपास तत्कालीन बनारस के आस पास एक छोटी सी जगह मिया जान और दलीपाबाई के घर जन्मी, जब वह पांच साल की थीं, तभी उनके पिता का निधन हो गया.
इसके बाद जद्दनबाई शहर चली गईं और कलकत्ता के श्रीमंत गणपत राव (भैया साहब सिंधिया) के मार्गदर्शन में गायिका बन गईं. उनकी मृत्यु के बाद, उन्होंने उस्ताद मोइनुद्दीन खान के और उस्ताद लाब खान से प्रशिक्षण लिया. समय के साथ वह अपनी मां से भी बड़ी गायिका और तवायफ बन गईं. जद्दनबाई जो पहले से ही एक मशहूर गायिका थीं, उन्होंने लाहौर की प्ले आर्ट फोटो टोन कंपनी द्वारा एक भूमिका के लिए संपर्क किए जाने पर सिनेमा में कदम रखा. कुछ फिल्मों में अभिनय करने के बाद, उन्होंने फिर प्रोडक्शन में कदम रखा और संगीत फिल्म्स नाम से अपनी खुद की कंपनी शुरू की. उन्होंने 1935 की फिल्म तलाशे हक को उन्होंने फाइनांस किया और अपनी बेटी नरगिस को एक बाल कलाकार के रूप में पेश किया. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकार यासर उस्मान ने जद्दनबाई को ‘भारत की पहली शो वुमन’ कहा, क्योंकि वह एक ऑलराउंडर थीं, राज कपूर की तरह ही अपनी फिल्मों में अभिनय, निर्देशन और निर्माण करती थीं.
पर्सनल लाइफ की बात करें तो जद्दनबाई ने तीन शादियां की . उन्हें एक अमीर गुजराती हिंदू व्यवसायी नरोत्तमदास खत्री से प्यार हो गया, जिन्होंने शादी के बाद इस्लाम धर्म अपना लिया. लेकिन शादी के कुछ सालों बाद ही दोनों का तलाक हो गया. इस शादी से उनका एक बेटा हुआ, जिसका नाम अख्तर हुसैन था. इसके बाद उन्होंने उस्ताद इरशाद मीर खान से शादी की जिनसे उनका दूसरा बेटा अभिनेता अनवर हुसैन हुआ. उनकी तीसरी शादी मोहनचंद उत्तमचंद त्यागी से हुई, जिन्होंने शादी के लिए इस्लाम धर्म अपना लिया और उनकी एक बेटी हुई जिसका नाम नरगिस था. नरगिस बाद में सिनेमा की बड़ी सुपरस्टार बनी. नरगिस अभिनेता सुनील दत्त की पत्नी थीं और उनके तीन बच्चे प्रिया, नम्रता और संजय दत्त थे.