उत्तर प्रदेश: मंत्री की बहन के साथ धोखाधड़ी के मामले में पूर्व विधायक सुभाष पासी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में पुलिस ने आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल की बहन समेत दो लोगों से धोखाधड़ी और गैंग्स्टर के आरोपी गाजीपुर के पूर्व विधायक सुभाष पासी को गिरफ्तार कर लिया है. देहात कोतवाली पुलिस ने पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया है और उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा.
दरअसल, शहर कोतवाली क्षेत्र के रेलवेगंज निवासी प्रकाश चंद्र गुप्ता ने 10 अक्तूबर 2023 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसमें बताया था कि मूल रूप से गाजीपुर निवासी सुभाष पासी महराष्ट्र के मुंबई शहर के जुहू चर्च बलराज साहनी रोड नंबर तीन पटेलवाड़ी प्लाट नंबर 658 में रहते हैं. पड़ोसी अक्षय अग्रवाल के जरिए प्रकाश की मुलाकात सुभाष पासी और उनकी पत्नी रीना पासी से हुई थी. सुभाष ने बताया था कि वह प्रॉपर्टी का काम करता है. मुंबई के आरामनगर में फ्लैट होने की बात कहते हुए उसे ढाई करोड़ रुपये में खरीदने का ऑफर दिया था. इस पर प्रकाशचंद्र ने उन्हें वैटगंज में रुचिगोयल के पास ले गया.
रुचि गोयल प्रदेश सरकार के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल की बहन है. यहां कई लोगों की मौजूदगी में रुचि गोयल ने 49 लाख रुपये की चेक सुभाष और रीना को दे दी. रीना ने अपने अकाउंट में चेक जमा कर रुपये निकाल लिए, लेकिन फ्लैट नहीं दिया. इस पर प्रकाश मुंबई में उनसे मिलने गया तो फर्जी अभिलेख बनाकर दे दिए. इसके अलावा रेलवेगंज निवासी अक्षय अग्रवाल ने भी 9 अगस्त 2023 के सुभाष और रीना पासी के खिलाफ 49 लाख रुपये हड़पने और फर्जीवाड़ा करने का मामला भी दर्ज कराया था. दोनों ही मामलों में चार्जशीट न्यायालय में दाखिल की गई थी. इसके बाद तत्कालीन शहर कोतवाल संजय पांडेय ने 31 जनवरी 2024 को दंपती के खिलाफ गैंग्स्टर का मामला दर्ज किया था. तब से पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी.
पुलिस ने पूर्व विधायक सुभाष पासी को गिरफ्तार कर लिया है. सुभाष पासी गाजीपुर जनपद की सैदपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे हैं. वर्ष 2012 और वर्ष 2017 में वह सपा के टिकट पर सैदपुर सीट से विधायक चुने गए थे. वर्ष 2022 का चुनाव उन्होंने भाजपा के टिकट पर सैदपुर से लड़ा था. लेकिन हार गए थे.
पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि सुभाष पासी और रीना पासी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें अदालत की ओर से इनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था. लेकिन यह अदालत में पेश नहीं हो रहे थे. अदालत ने उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था. मुंबई से इनकी गिरफ्तारी की गई और लोकल कोर्ट में पेश कर दो दिन के लिए डिमांड लिया गया था. सुभाष पासी को कोर्ट में पेश किया जाएगा.