इस सप्ताह कैसा रहेगा मौसम? IMD ने बताया कि किन स्थानों पर भारी बारिश के कारण सतर्क रहने की होगी जरूरत
नई दिल्ली:
देश के अलग-अलग स्थानों पर मानसून की बारिश का सिलसिला जारी है. रविवार को पश्चिम और मध्य भारत में जोरदार बारिश हुई. जम्मू-कश्मीर में बादल फट गया जिससे श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे बंद हो गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले एक सप्ताह के मौसम को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है. उसके मुताबिक पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और उसके आस-पास के इलाकों में गहरे दबाव के कारण पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है.
विभाग ने कहा है कि अगले दो दिनों के दौरान मध्य भारत, उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून सक्रिय रहने की संभावना है. रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई.
इसके अलावा गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल में कुछ स्थानों पर भी बहुत बारिश हुई.
मौसम का पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस सप्ताह जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान में गरज और बिजली के साथ हल्की या मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है. आईएमडी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में छिटपुट से लेकर काफी व्यापक बारिश हो सकती है. इस सप्ताह के दौरान पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़ और दिल्ली में छिटपुट बारिश होने के आसार हैं.
मौसम की भविष्यवाणी में कहा गया है कि पूर्वी राजस्थान में छिटपुट से लेकर भारी वर्षा होने की संभावना है. पांच से छह अगस्त के दौरान पश्चिमी राजस्थान में बारिश होने की संभावना है. छह और सात अगस्त को उत्तराखंड में भी भारी वर्षा हो सकती है.
उत्तर प्रदेश में तीन दिन बारिश होने की संभावना
मौसम विभाग ने कहा है कि, पांच से सात अगस्त के दौरान जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. हिमाचल प्रदेश में 5 से 10 अगस्त के दौरान, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली में 7 और 8 अगस्त को, उत्तराखंड में 5 अगस्त को और 8 से 10 अगस्त के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश होने की संभावना है.
आईएमडी के मुताबिक 6 से 10 अगस्त के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, 9 से 10 अगस्त के बीच पश्चिमी राजस्थान में, और 7 से 10 अगस्त के दौरान पूर्वी राजस्थान में भारी वर्षा होने की संभावना है.
केदारनाथ में 370 से अधिक लोग सुरक्षित निकाले गए
देश में बारिश से जहां कई स्थानों पर जलजमाव और बाढ़ के हालात बने हुए हैं वहीं कई स्थानों पर भूस्खलन जैसी प्राकृतिक दुर्घटनाएं भी हुई हैं. केरल के वायनाड और हिमाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या क्रमशः 221 और 13 हो गई है. उत्तराखंड के केदारनाथ यात्रा के पैदल मार्ग पर फंसे तीर्थयात्रियों सहित 370 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. केदारनाथ, भीमबली और गौरीकुंड से अब तक 10,000 से अधिक लोगों को बचाया जा चुका है. पिछले बुधवार को लिनचोली के पास जंगलचट्टी में बादल फटने से केदारनाथ यात्रा के पैदल मार्ग को काफी नुकसान पहुंचा था.
महाराष्ट्र के पुणे में भारी बारिश होने पर और खड़कवासला बांध से पानी छोड़े जाने से आवासीय क्षेत्र में जलभराव की समस्या सामने आई है. वहां सेना के जवानों को तैनात किया गया है. पुणे क्षेत्र के खड़कवासला, मुलशी, पवना और अन्य बांधों से पानी छोड़े जाने के मद्देनजर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अधिकारियों को सतर्कता बरतने को कहा है.
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से कुछ इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. गांदरबल जिले में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के कारण श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है. राजमार्ग बंद होने से कश्मीर घाटी का लद्दाख से संपर्क टूट गया है. इससे अमरनाथ यात्रा का बालटाल आधार शिविर भी प्रभावित हुआ है.
झारखंड में अलर्ट, बंगाल के कई जिले प्रभावित
उधर, झारखंड में तेज बारिश के कारण राज्य की कुछ नदियां उफान पर हैं. इसके मद्देनजर पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया है. राज्य में लगातार हो रही बारिश के चलते पिछले कुछ दिनों से खरकई और स्वर्णरेखा नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है.
पश्चिम बंगाल के करीब सभी जिलों में बारिश हुई है. बीरभूम में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. भारी मात्रा में पानी आ जाने के बाद रविवार की सुबह झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर स्थित पंचेत और मैथन बांध से 1.2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे पूर्व और पश्चिम वर्धमान, बीरभूम, पश्चिम और पूर्व मेदिनीपुर, बांकुरा, हुगली और हावड़ा सहित दक्षिण बंगाल के कई जिले प्रभावित हो गए हैं.
हिमाचल में 8 अगस्त के लिए चेतावनी
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से आई बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 13 हो गई है. मंडी जिले में दो और शव बरामद किए गए हैं. कुल्लू के निरमंड,सैंज और मलाणा, मंडी जिले के पधर और शिमला के रामपुर उपखंड में 31 जुलाई की रात में बादल फटने की कई घटनाओं ने भारी तबाही मचाई थी. इन घटनाओं के बाद अब भी 40 से अधिक लोग लापता हैं. बचाव अभियान जारी है. राज्य में कुल 87 सड़कें अभी भी बंद हैं. स्थानीय मौसम विभाग ने आठ अगस्त तक हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी दी है.
वायनाड में शवों की खोज जारी
केरल के वायनाड जिले के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान छठे दिन भी जारी रहा. अधिकारियों ने शवों को निकालने के प्रयास तेज कर दिए हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( एनडीआरएफ), सेना, नौसेना, तटरक्षक बल और विशेष अभियान समूह सहित विभिन्न बलों के सैकड़ों कर्मचारियों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है. राज्य के राजस्व मंत्री के राजन के अनुसार अब तक 221 शव और 166 मानव अंग बरामद किए जा चुके हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को देश के पूर्वी, पूर्वोत्तर और उत्तरी भागों में अत्यधिक बारिश की चेतावनी दी है, जबकि बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई है.
(इनपुट भाषा से भी)