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अमेरिका को ‘AI किंग’ बनाएंगे ट्रंप, बनाई ‘टीम-3’, 500 बिलियन डॉलर का ‘स्टारगेट प्लान’ समझिए




वॉशिंगटन:

अमेरिका की सत्ता संभालते ही डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पूरी तरह से एक्शन में आ गए हैं. उन्होंने बाइडेन प्रशासन के कई फैसलों को पलट दिया और वहीं खुद भी एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहे हैं. ट्रंप अमेरिका को AI किंग बनाने का सपना देख रहे हैं. इसी के तहत ट्रंप ने 500 बिलियन डॉलर के ‘स्टारगेट’ AI प्रोग्राम (Artificial Intelligence) के लिए ओपनएआई, ओरेकल को चुना है. अपेन टारगेट तक पहुंचने के लिए ट्रंप टीम बनाकर काम कर रहे हैं.  इस प्रोजेक्ट के तहत अमेरिका की सरकार ओपनएआई, ओरेकल और जापान की टेलिकॉम और इंटरनेट कंपनी सॉफ्टबैंक के साथ मिलकर काम करेगी. ट्रंप के 500 बिलियन डॉलर के निवेश के ऐलान के बाद  एड्स ऑल्टमैन, सॉफ्टबैंक के शेयरों में भारी उछाल देखा गया. वहीं टोक्यो में सॉफ्टबैंक के शेयरों में भी आठ प्रतिशत से ज्यादा का उछाल देखा गया.

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AI को लेकर ट्रंप का बड़ा ऐलान

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को जापानी दिग्गज सॉफ्टबैंक, क्लाउड दिग्गज ओरेकल और चैटजीपीटी-मेकर OpenAI के नेतृत्व में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए एक बड़े निवेश की घोषणा की. उन्होंने व्हाइट हाउस में एक बयान में कहा कि स्टारगेट नाम का वेंचर अमेरिका में AI बुनियादी ढांचे में कम से कम 500 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा.

राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के एक दिन बाद ट्रंप ने इस ऐलान को अमेरिका की क्षमता की दिशा में शानदार करार दिया. बता दें कि इस अनाउंसमेंट के दौरान ओपनएआई के चीफ एग्जीक्यूटिव सैम ऑल्टमैन, सॉफ्टबैंक के चीफ मासायोशी सोन और ओरेकल के फाउंडर लैरी एलिसन शामिल हुए. 

मासायोशी सोन के मुताबिक,  शुरुआत में प्रोजेक्ट में 100 बिलियन डॉलर का निवेश और फिर अगले चार सालों में 500 बिलियन डॉलर तक का निवेश करने का वादा किया गया है. 

स्टारगेट पर ट्रंप ने क्या कहा?

यह वेंचर ऐसे समय में आया है जब बड़ी टेक्निकल कंपनियां AI की तेज कंप्यूटिंग जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ नई तकनीक का विस्तार करने के लिए जरूरी इलेक्ट्रिक पावर की खोज के लिए संघर्ष कर रही हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 
स्टारगेट AI में अगली पीढ़ी की प्रगति को शक्ति प्रदान करने के लिए फिजिकल और वर्चुअल इंफ्रास्ट्र्क्चर  का निर्माण करेगा, जिसमें बड़े डेटा सेंटर बनाए जाना भी शामिल हैं.

अमेरिका के लिए कैसे फायदेमंद है ये प्रोजेक्ट?

ट्रंप के ऐलान के बाद ओपनएआई ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यह प्रोजेक्ट न सिर्फ अमेरिका के री-इंडस्ट्रिलाइजेशन का समर्थन करेगी, बल्कि अमेरिका और उसके सहयोगियों की राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के लिए एक रणनीतिक क्षमता भी प्रदान करेगी. उन्होंने ये भी कहा कि सॉफ्टबैंक और ओपनएआई स्टारगेट के मुख्य पार्टनर्स हैं, जिसमें सॉफ्टबैंक की जिम्मेदारी फाइनेंशियल  और ओपनएआई की जिम्मेदारी ऑपरेशनल है. 

पोस्ट में यह भी कहा गया कि UAE की एक टेक्नोलॉजी फर्म MGX चौथा निवेशक था, जबकि “आर्म, माइक्रोसॉफ्ट, NVIDIA, Oracle, and OpenAI की इनीशियल टेक्नोलॉजी पार्टनर्स हैं. बता दें कि सोमवार को ट्रंप ने जो बाइडेन के उस कार्यकारी आदेश को रद्द कर दिया था, जिसमें पावरफुल AI मॉडल विकसित करने वाली कंपनियों के लिए ओवरसाइट मेजर्स स्थापित किए गए थे.




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