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सेहत को एक या दो नहीं इतने सारे फायदे दे रही है आपकी गर्लफ्रेंड, जानें गर्लफ्रेंड होने के वैज्ञानिक फायदे



Health benefits of having a Girlfriend: दोस्ती का रिश्ता बेहद खास होता है. दोस्त हमारे जीवन में रंग भरने का काम करते हैं. यारों के साथ जिंदगी और सुहानी हो जाती है, खुशी दोगुनी हो जाती है और उनके कंधे पर सिर रख कर बड़े से बड़े गम का बोझ थोड़ा हल्का हो जाता है. वह दोस्त अगर कोई लड़की हो तो आपकी लाइफ थोड़ी और हसीन हो सकती है. इसी दोस्ती और प्यार को सेलेब्रेट करने के लिए हर साल 1 अगस्त (August 1) के दिन नेशनल गर्लफ्रेंड डे (National Girlfriends Day) मनाया जाता है. साइंस के मुताबिक, लड़कियों में ऑक्सीटोसिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है जो उन्हें अपने आसपास के लोगों को हमेशा खुश रखने में मदद करता है. अगर आपके दोस्त नहीं हैं तो आप अपनी लाइफ से बहुत जल्द बोर हो सकते हैं. इसीलिए लाइफ को खूब एन्जॉय करते हुए सेहतमंद रहना चाहते हैं तो जल्द से जल्द दोस्त बनाएं और वह कोई लड़की हो तो सोने पर सुहागा वाली बात हो जाएगी. यह कॉन्सेप्ट सिर्फ लड़कों पर अप्लाई नहीं होता है, लड़कियों को भी दूसरी लड़कियों से दोस्ती करनी चाहिए.

गर्लफ्रेंड बनाने के होते हैं ये फायदे, जानें क्या कहता है विज्ञान | Health benefits of having a Girlfriend

क्या होता है ऑक्सीटोसिन? (What is oxytocin?)

ऑक्सीटोसिन एक हार्मोन है जो लड़कियों को ज्यादा स्टेमिना देता है और ज्यादा संवेदनशील बनाता है. इसे लव हार्मोन भी कहा जाता है. लड़कियों में प्यार और स्नेह से लेकर मातृत्व जैसे गुण इसी हार्मोन की देन है. भावनात्मक रूप से बहुत ज्यादा चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी खुद को ढाल पाने के लिए जिम्मेदार एक जटिल न्यूरोकेमिकल सिस्टम बनाने में यह हार्मोन बेहद महत्वपूर्ण है. लड़कियों में आत्मविश्वास और मेंटल स्टेबिलिटी के लिए ऑक्सीटोसिन हार्मोन को महत्वपूर्ण माना गया है.

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जीवन में गर्लफ्रेंड होने के फायदे (Benefits of having a girlfriend)

डिप्रेशन से दूरी (Low risk of depression)

हमारा मस्तिष्क ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल तनाव को कम करने के लिए करता है जिससे एंग्जाइटी जैसे गंभीर स्तर के तनाव से निपटने में भी मदद मिलती है. कई केस में यह प्रभाव देखने को मिला है कि गर्लफ्रेंड बनाने वाले लोग तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से दूर रहते हैं.

भावनाओं का बेहतर मैनेजमेंट (Better emotional management)

लड़के ज्यादातर अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर पाते हैं. वहीं लड़कों की तुलना में लड़कियां अधिक भावनात्मक होती है और इस वजह से कई बार फीलिंग्स शेयर नहीं करने के बावजूद वह आपकी परेशानी को समझ जाएगी. हालांकि, सिर्फ लड़कों को ही नहीं बल्कि लड़कियों को भी अन्य लड़कियों से गहरी दोस्ती करनी चाहिए.

प्रोटेक्टिव होती है लड़कियां (Girls are protective)

साइंस के मुताबिक लड़कियों के ब्लड में हमेशा ऑक्सीटोसिन नाम का हार्मोन फ्लो करते रहता है जिससे उनमें यूटरस और लैक्टेशन प्रभावित होता है. इस वजह से लड़कियां ज्यादा प्रोटेक्टिव मानी जाती हैं और अपने करीबियों के हक में लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहती है.

इमोशनल, बौद्धिक और सामाजिक व्यवहार (Emotional, cognitive and social behavior)

मस्तिष्क के कई हिस्सों में पहुंचने के बाद ऑक्सीटोसिन व्यक्ति के बौद्धिकता के साथ-साथ भावनात्मक और सामाजिक व्यवहार को भी प्रभावित करता है. लड़कियों में इमोशनल स्तर पर चीजों को प्रोसेस करने की क्षमता ज्यादा होती है जिस वजह से वह अपनी भावनाएं बेहतर ढंग से एक्सप्रेस कर पाती हैं और लड़कों के इमोशन को बेहतर समझती हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)




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