सलाम है! धोबी, हवलदार का बेटा… सेना में अफसर बने वे और हर सीना गर्व से हो गया चौड़ा
अपनी सफलता पर लेफ्टिनेंट राहुल वर्मा कहते हैं कि “मेरे पिता मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा थे और मुझे कहते थे कि ऐसा पेशा चुनो जहां सम्मान हो. सिर्फ राजा का बेटा ही राजा नहीं बनता, कोई भी व्यक्ति कड़ी मेहनत करके सबको हासिल कर सकता है.
मजदूर के बेटे का सफर
मदुरै के निकट एक छोटे से गांव के रहने वाले लेफ्टिनेंट कबीलन वी के पति एक मजूदर थे, जो कि दिन के महज 100 रुपये कमाते थे. हाल ही में उनके पिता को लकवा हो गया था और व्हीलचेयर पर आ गए. अपनी कामयाबी पर उन्होंने कहा कि कई बार असफल हुआ लेकिन कड़ी मेहनत करता रहा. अगर मेरे जैसा कोई व्यक्ति, जो एक दिहाड़ी मजदूर का बेटा है. वो सफल हो सकता है तो कोई और भी हो सकता है.
हवलदार के बेटे की कहानी
सेवानिवृत्त हवलदार के बेटे जतिन कुमार ने आईएमए की पासिंग आउट परेड में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर और राष्ट्रपति रजत पदक (President’s Silver Medal) जीता है. कई बार असफल रहने के बाद भी हरियाणा के पलवल के रहने वाले कुमार ने अपने सपनों को टूटने नहीं दिया और सफलता हासिल करके माने. लेफ्टिनेंट कुमार ने कहा, “मेरे पिता का सपना था कि मैं एक सेना अधिकारी बनूं और वो सच हो गया है”.