ये हैं बरसात में निकलने वाले सबसे जहरीले सांप, काटने पर पानी भी नहीं मांगता इंसान
नई दिल्ली:
देश में इन दिनों मॉनसून का सीजन है. ये सीजन सिर्फ बारिश का ही नहीं बल्कि सांपों का भी है. इस मौसम में सालभर की तुलना में सबसे ज्यादा सांप बाहर निकलते हैं. दरअसल बारिश की वजह से बिलों में पानी भर जाता है तो सांप (Monsoon Snake) सूखी जगहों की तलाश में बाहर भागने लगते हैं. सांप का खौफ लगभग हर किसी के मन में होता है. सांप दिखते ही सिट्टी-पिट्टी गोल हो जाती है. आमतौर पर देश में मौजूद 80 फीसदी सापों में जहर नहीं होता है. लेकिन बरसात में निकलने वाले कुछ सांप बहुत ही जहरीले और खतरनाक होते हैं. हालही में बिहार के कटिहार में भी एक स्कूल में 4 दिन में 3 दर्जन से ज्यादा पाए गए हैं.ज्यादातर लोग ये जानना चाहते हैं कि बरसात के मौसम में कौन-कौन से सांप बाहर निकलते हैं और इनमें सबसे खतरनाक और जहरीला सांप कौन सा होता है. पहले हम आपको बारिश के मौसम में निकलने वाले सांपों के बारे में बताते हैं.
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1-स्पेक्टिकल कोबरा
स्पेक्टिकल कोबरा को नाग भी कहा जाता है. ये देखने में मोटा और काले रंग का होता है. ये सांप कोबरा प्रजाति का होता है. इसकी गिनती देश में पाए जाने वाले जहरीले सांपों में होती है. ये सांप दिन में करीब 16 घंटे सोता है. इसकी आंखों पर पलकें भी नहीं होती हैं.
स्पेक्टिकल कोबरा कितना खतरनाक- स्पेक्टिकल कोबरा बहुत ही विषैला और खतरनाक माना जाता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि यह सांप काटने के कुछ ही मिनटों बाद अपने शिकार को मौत के घाट उतार सकता है.
2-रसेल वाइपर
सांपों की यह प्रजाति ज्यादातर पानी, सूखी पत्तियों और झाड़ियों वाली जगह पर पाई जाती है. यह सांप ज्यादातर खेतों में पाया जाता है. इसीलिए किसानों को बरसात के मौसम में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. सांप की यह प्रजाति अरने बचाव में काट लेता है. लोग यही सोचते रहते हैं कि उनको अजगर ने काटा है. देखने में यह बिल्कुल अजगर की तरह लगता है. रसेल वाइपर को अलग-अलग जगहों पर अलग नामों से जाना जाता है. देखने में यह मोटा होता है. इसके ऊपर छल्ले जैसी गोल और जंजीर जैसी आकृति बनी होती है.
रसेल वाइपर कितना खतरनाक- रसेल वाइपर बहुत ही खतरनाक होता है. इसके काटने पर अगर तुरंत इलाज न किया जाए तो 40 मिनट के भीकर इंसान की मौत हो सकती है.
3-करैत सांप
बारिश के मौसम में पाया जाने वाला यह सांप जहरीले सापों में गिना जाता है. यह देखने में काला और भूरे रंग का होता है. इसकी स्किन चमकीली होती है. इसकी त्वचा पर सफेद रंग की लाइनिंग भी होती हैं. सांपों की यह प्रजाति इतनी ज्यादा जहरीली होती है कि 30-40 मिनट में इंसान की मौत हो सकती है. कहते हैं कि करैत सांप का डंसा पानी तक नहीं मांगता है. ये सांप गर्माहट वाली जगहों पर छिपते हैं. ये सांप रात के समय पर एक्टिव होता है. सोते समय ये शरीर से चिपक जाते हैं. ये सांप ज्यादातर ठंड के दिनों में यह एक्टिव होता है और बाहर निकलता है. बारिश के मौसम में पानी भर जाने की वजह से ये सांप बिल से बाहर निकलने लगते हैं.
करैत सांप कितना खतरनाक- करैत सांप की गिनती देश के चार सबसे खतरनाक सांपों में की जाती है. इसे साइलेंट किलर तक कहा जाता है. इसके काटने पर दांतों के निशान भी आसानी से नहीं दिखते हैं ऐसा लगता है मानो चीटी ने काटा हो. सिर्फ लक्षणों के आधार पर ही पता लगाया जाता है कि करैत ने काटा है. इसके काटने से इंसान पैरालिसिस तक हो सकता है.
4-कोबरा सांप
ये सांप गर्मी, बारिश या उमस के मौसम में बिल से बाहर निकलते हैं. कोबरा देखने में काले रंग का और मोटा होता है. उत्तेजित होते ही यह अपना फन खड़ा कर देता है. कोबरा को चूहे बहुत ही पसंद होते हैं. जब ये बिल से बाहर निकलते हैं तो चूहों की तलाश करते हैं. आमतौर पर कोबरा तभी काटता है, जब यह किसी इंसान के हाथ या पैर से दब जाए.
कोबरा सांप कितना खतरनाक- कोबरा बहुत ही जहरीला माना जाता है. यह ताकत में किंग कोबरा के बराबर ही होता है. इसके काटने के 15 मिनट के भीतर इंसान की जान जा सकती है.
5-रैट स्नेक
रैट स्नेक को धामन सांप भी कहा जाता है. ये काले और गोल्डन रंग के होते हैं. मॉनसून के मौसम में रैट स्नेक बिल से बाहर निकलने लगते हैं. खास बात यह है कि यह जहरीले नहीं होते हैं. ये सांप चिड़िया, गिलहरी, चूहे और अंडे खाना पसंद करते हैं. शिकार की तलाश में ये पेड़ों पर चढ़ जाते हैं.
रैट स्नेक कितने खतरनाक- रैट स्नेक के काटने से इंसान को घबराहट जरूर होती है लेकिन इनसे मौत का खतरा नहीं होता है. इन सापों को विषहीन और डरपोक माना जाता है.
बारिश के मौसम में सांपों के निकलने का सिलसिला लगातार जारी रहता है. हालही में बिहार के कटिहार से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर तीन दिनों तक एक सरकारी स्कूल में करीब 3 दर्जन जहरीले सांपों निकले, जिससे न सिर्फ बच्चों बल्कि शिक्षकों में भी खौफ है.