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यूपी के इस मदरसे में छप रहे थे नकली नोट, पुलिस का एक्शन और मास्टरमाइंड जाहिर खान गिरफ्तार



<p style="text-align: justify;"><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश में मदरसों के आतंकी कनेक्शन को लेकर अक्सर आरोप लगाते रहते हैं, लेकिन संगम नगरी प्रयागराज के एक मदरसे से ऐसा सनसनीखेज खुलासा हुआ है, जो हैरान कर देने वाला है. यह मदरसा नकली नोट छापने का कारखाना बना हुआ था. प्रयागराज पुलिस ने मदरसे से संचालित होने वाले नकली नोट छापने के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से तेरह सौ नकली नोट और इन्हें छापने के कई उपकरण बरामद किए गए हैं. मदरसे में नकली नोट छापने के खुलासे से हड़कंप मच गया है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">नकली नोट छापने का कारखाना बना यह मदरसा प्रयागराज शहर के अतरसुइया इलाके में स्थित है. मदरसे का नाम जामिया हबीबिया है. यहां बड़ी तादाद में स्टूडेंट तालीम हासिल करते हैं. मदरसे के एक हिस्से में मस्जिद भी है. प्रयागराज पुलिस के मुताबिक यह मदरसा पिछले कई महीनो से नकली नोट छापने का अड्डा बना हुआ था. यहां सिर्फ सौ-सौ रुपये के ही नोट छापे जाते थे. प्रयागराज के डीसीपी सिटी दीपक भूकर के मुताबिक नकली नोट छापने और इसे बाजार में खपाने के गोरख धंधे में मदरसे का कार्यवाहक प्रिंसिपल भी शामिल था. उसने नकली नोट छापने वालों को मदरसे का एक कमरा दे रखा था. इसके बदले वह मोटा कमीशन लेता था.</p>
<p style="text-align: justify;">प्रयागराज पुलिस के अफसरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गिरोह में फिलहाल चार लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है. यह लोग सौ रुपये की नोट हाई क्वालिटी के स्कैनर पर स्कैन करते थे. इसके बाद इसे ए फोर साइज के पेपर पर प्रिंट किया जाता था. नोट असली लगे, इसके लिए इस पर ग्रीन कलर का सेलो टेप लगाया जाता था. ज्यादातर नोटों के नंबर एक ही होते थे. गिरोह के लोगों ने पहले कुछ दिनों तक खुद ही नकली नोट बाजार में खपाए थे. इसके बाद इन्होंने कुछ दूसरे लोगों से कमीशन पर देने का सौदा तय किया था. एक असली नोट के बदले तीन नकली नोट दिए जाने का सौदा तय किया जा रहा था.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>मास्टरमाइंड जाहिर खान गिरफ्तार</strong></p>
<p style="text-align: justify;">प्रयागराज के सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने दो लोगों को बस स्टैंड के पास से पकड़ा तो पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ. इनकी निशानदेही पर मदरसे में छापेमारी कर वहां से कार्यवाहक प्रिंसिपल मोहम्मद तफसीरुल आफरीन और मास्टरमाइंड जाहिर खान की गिरफ्तारी हुई. जाहिर खान इसी मदरसे का स्टूडेंट था. तफ़्सीरुल और जहीर दोनों ही मूल रूप से उड़ीसा के रहने वाले हैं. इसके अलावा गिरफ्तार किए गए दो अन्य युवक अफजल और शाहिद प्रयागराज के रहने वाले हैं। यह दोनों भी इसी मदरसे में पढ़ते थे.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>एक लाख तीस हजार रुपये के नकली नोट बरामद</strong></p>
<p style="text-align: justify;">पुलिस ने मदरसे में छापेमारी के बाद वहां से एक लाख तीस हजार रुपये कीमत के सौ सौ रुपये के तेरह सौ नकली नोट बरामद किए हैं. इसके अलावा स्कैनर-प्रिंटर व नकली नोट तैयार करने में मददगार अन्य सामाग्रियां भी मिली है. डीसीपी सिटी दीपक भूकर के मुताबिक यह लोग इतनी सफाई से नकली नोट तैयार करते थे कि किसी को शक नहीं होता था. यह लोग जानबूझकर सौ रुपये की ही नोट इसलिए छापते थे, ताकि वह आसानी से बाजार में खप जाए.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>गैंगस्टर एक्ट के तहत होगी कार्रवाई</strong></p>
<p style="text-align: justify;">मदरसे में नकली नोट छापे जाने के इस खुलासे को प्रयागराज पुलिस बड़ी कामयाबी मान रही है. पुलिस अफसरों का कहना है कि पकड़े गए चारों आरोपियों को फिलहाल जेल भेजा गया है, लेकिन जल्द ही इन्हें कस्टडी रिमांड में लेकर इनके पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश की जाएगी. इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस के खुलासे के बाद दूसरी बड़ी एजेंसियां भी अलर्ट हो गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि दूसरी एजेंसियां भी इस मामले में छानबीन कर सकती हैं. डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पचीस हजार रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है.</p>



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