नेपाल में आधी रात कांपी धरती, बिहार में भी महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके
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नेपाल में आज 5.5 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके नेपाल के अलावा बिहार के कई जिलों में भी महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई है और इसका केंद्र धरती के नीचे 10 किलोमीटर था. भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद लोगों में दहशत फैल गई है. लोग अपने घरों से बाहर निकल आए.
भूकंप के कारण जान-माल का किसी प्रकार का नुकसान होने की तत्काल कोई खबर नहीं मिली है. भूकंप के कारण लोग अपने घरों से निकलकर खुले इलाकों की ओर भागे.
EQ of M: 5.5, On: 28/02/2025 02:36:12 IST, Lat: 27.79 N, Long: 85.75 E, Depth: 10 Km, Location: Nepal.
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इससे पहले असम के म रीगांव में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.0 थी. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि असम के मोरीगांव में भूकंप 2:25 बजे आया था. मोरीगांव में आए इस भूकंप की गहराई 16 किलोमीटर थी.
लद्दाख में बुधवार शाम करीब पांच बजकर 36 मिनट पर यहां भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां आए भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी. जानकारी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 रही हैं. वहीं, भूकंप के झटकों से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. भूकंप के झटकों से किसी भी तरह के जान-माल के हानि होने की कोई खबर नहीं है.
भारत ही नहीं बल्कि 26 फरवरी को म्यांमार में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. म्यांमार में आए भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 3.1 रही. जानकारी के मुताबिक ये भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया था. फिलहाल म्यांमार से भी किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है. एक राहत की बात ये है कि म्यांमार में आए भूकंप की तीव्रता काफी कम थी.
क्यों आते हैं भूकंप
भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार, हमारी धरती की सतह मुख्य रूप से सात बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी है. ये प्लेट्स लगातार हरकत करती रहती हैं और अक्सर आपस में टकराती हैं. इस टक्कर के परिणामस्वरूप प्लेट्स के कोने मुड़ सकते हैं और अत्यधिक दबाव के कारण वे टूट भी सकती हैं. ऐसे में, नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर फैलने का रास्ता खोजती है और यही ऊर्जा जब जमीन के अंदर से बाहर आती है, तो भूकंप आता है.