दिल्ली-NCR के मौसम को लेकर IMD ने दी गुड न्यूज, पढ़ें क्या कुछ कहा
नई दिल्ली:
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में अप्रैल के शुरुआती दिनों में गर्मी का जो सितम दिख रहा है, उससे ये तो ये साफ जाहिर है कि अबकी बार भयंकर गर्मी पड़ने जा रही है. हालांकि इसी बीच एक अच्छी खबर भी आई है. अप्रैल के शुरुआती 15 दिन गर्मी वाले रहे हों, लेकिन अगले कुछ दिनों तक लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है. मौसम विभाग ने आज के लिए पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विभाग का कहना है कि आज देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिजाज बदला-बदला नजर आएगा.

मौसम को लेकर आई ये अच्छी खबर
दिल्ली-एनसीआर उत्तर भारत इस समय भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से जूझ रहा है. अप्रैल के महीने में ही तापमान में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है, जिससे आम लोगों का खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मानसून को लेकर अच्छी खबर दी है, जो गर्मी से परेशान लोगों के लिए राहत भरी है. आईएमडी ने मंगलवार को अपने बताया कि इस साल जून से सितंबर तक चलने वाले चार महीने के मानसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है.
आईएमडी के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इस बार एलपीए 87 सेंटीमीटर का 105 प्रतिशत रहने का अनुमान है. यानी 2025 के मानसून सीजन में लगभग 87 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है. यह सामान्य से अधिक बारिश का संकेत है, जो कृषि और जल संसाधनों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है. महापात्र ने बताया कि इस साल अल नीनो की स्थिति विकसित होने की संभावना नहीं है, जो सामान्यतः कमजोर मानसून का कारण बनती है.

मौसम को लेकर क्या बड़े अपडेट्स —
- मानसून सामान्य से अधिक होने की संभावना: आईएमडी ने अनुमान लगाया है कि जून से सितंबर 2025 के दौरान भारत में मानसून के दौरान 105% लंबी अवधि औसत (एलपीए) बारिश होने की संभावना है. यह सामान्य से 59% अधिक है. समुद्री वर्षा की मात्रा सामान्य से अधिक होने की 91% संभावना जताई गई है.
- बारिश का लेकर इस बार क्या अनुमान: देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है. हालांकि, लद्दाख, पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों और तमिलनाडु में सामान्य से कम बारिश हो सकती है.
- पिछले साल कैसा रहा मानसून: पिछले साल (2024) में 106% एलपीए बारिश होने का अनुमान था, लेकिन वास्तविक आंकड़ा 100% रहा. इस साल भी इसी तरह का पैटर्न देखने को मिल सकता है.
- IMD की मौसम भविष्यवाणी कितनी सटीक: आईएमडी ने बताया कि पिछले चार सालों (2021-24) में गलती की गुंजाइश की औसतन 3.5% रही, जो उससे पहले के चार सालों (2017-20) के 7.5% की तुलना में काफी कम है. यदि यह पूर्वानुमान सही रहा, तो यह लगातार दूसरा साल होगा जब मानसून सामान्य से अधिक होगा.
- गर्मी की चेतावनी: आईएमडी ने मानसून के पूर्वानुमान के साथ-साथ यह भी बताया कि मंगलवार को गर्मी की चेतावनी वापस ले ली गई, लेकिन बुधवार और गुरुवार को अधिकतम तापमान 38°C से 40°C के बीच रहने की संभावना है. इससे शहरवासियों को गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है.
- अल नीनो की स्थिति नहीं: आईएमडी ने मानसून के दौरान अल नीनो की स्थिति बनने की संभावना को खारिज कर दिया, जो बारिश के लिए सकारात्मक संकेत है.
दिल्ली में लगातार चढ़ रहा पारा
दिल्ली में मंगलवार को धूप खिली रहने और आसमान साफ रहने के कारण अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.7 डिग्री अधिक है. अपने सप्ताह भर के मौसम पूर्वानुमान में भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने किसी भी प्रकार की लू की स्थिति की भविष्यवाणी नहीं की है, लेकिन आगामी दिनों में तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया है. दिल्ली का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिन में आर्द्रता का स्तर 52 से 34 प्रतिशत के बीच रहा. आज के दिन तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है. अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

गर्मी और लू को लेकर आया ये अपडेट
उन्होंने कहा, “अल नीनो की अनुपस्थिति मानसून के लिए सकारात्मक संकेत है. इससे देश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है.” यह खबर खासकर उन किसानों के लिए राहत भरी खबर लेकर आई है, जो मानसून पर निर्भर हैं. हालांकि, मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि अप्रैल से जून के बीच उत्तर और मध्य भारत में लू के दिनों की संख्या में वृद्धि हो सकती है. कई इलाकों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, जिससे बिजली की मांग बढ़ेगी और जल संकट गहरा सकता है.
मौजूदा समय में उत्तर भारत के कई राज्यों, खासकर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली में भीषण गर्मी का दौर जारी है. दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर रहा है, जिससे लोगों को घरों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.

किन राज्यों में कम बारिश का अनुमान
आईएमडी के अनुसार, मानसून सामान्यतः 1 जून के आसपास केरल के तट से भारत में दाखिल होता है और जून के मध्य तक देश के ज्यादातर हिस्सों को कवर कर लेता है. सितंबर के अंत तक यह राजस्थान के रास्ते वापसी करता है. इस बार सामान्य से अधिक बारिश की संभावना ने लोगों में खासी उम्मीद जगाई है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां गर्मी और सूखे की स्थिति चिंता का विषय बनती है.

हालांकि, लद्दाख, पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों और तमिलनाडु में सामान्य से कम बारिश होने की आशंका है. आईएमडी के पूर्वानुमान के सही होने पर यह दूसरा लगातार साल होगा जब मानसून सामान्य से अधिक रहेगा. आईएमडी ने मंगलवार को गर्मी की चेतावनी भी वापस ले ली, लेकिन बुधवार और गुरुवार को अधिकतम तापमान 38°C से 40°C के बीच रहने की संभावना है. इससे शहरवासियों को गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है.