दिल्ली कूच से पहले कांग्रेस पर भड़के किसान नेता, बोले- वे बीजेपी के बराबर ही दोषी
किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने जा रहे हैं. इससे पहले किसान नेताओं ने केंद्र सरकार के साथ साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कांग्रेस पर सपोर्ट न करने का आरोप लगाया. पंढेर ने कहा कि हम कांग्रेस को भी उतना ही दोषी मानते हैं जितनी भाजपा दोषी है.
किसान संगठनों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च के शुरू होने से पहले किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, कांग्रेस हमें कोई सपोर्ट नहीं करती है. हम कांग्रेस को भी उतना ही दोषी मानते हैं जितनी भाजपा दोषी है. हम किसी के पक्ष वाले लोग नहीं हैं. हम किसान और मजदूर की आवाज उठाने वाले लोग हैं.
पंजाब-हरियाणा के लोगों के साथ अत्याचार हो रहा
सरवन सिंह पंढेर ने बताया, ”हमने कल की बैठक में एक समाधान खोजने की कोशिश की ताकि हम सरकार से टकराव से बचे और हमें कुछ मिले. हमने कल उनके सामने हरियाणा की स्थिति रखी. पंजाब और हरियाणा के लोगों पर अत्याचार हो रहा है. ऐसा लगता है कि ये दोनों राज्य अब भारत का हिस्सा नहीं हैं, इन्हें अंतर्राष्ट्रीय सीमा माना जा रहा है.”
किसान नेता लखविंदर सिंह ने कहा, ”सभी लोग एकदम तैयार हैं. बैठक चल रही हैं. हम नहीं चाहते कि हमारी वजह से आम जनता को परेशानी हो. हमारी ओर से कोई परेशानी ना हो इसलिए हमने लंबी कतारे लगाई हैं. आगे क्या होता है देखा जाएगा.”
#WATCH दिल्ली: किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च के मद्देनजर दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई गई।
(वीडियो ग़ाज़ीपुर बॉर्डर से है।) pic.twitter.com/L3x5QucZiY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
सरकार के साथ बातचीत फेल
किसानों ने आज दिल्ली चलो बुलाया है. इससे पहले सोमवार को चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच मांगों को लेकर बैठक हुई. 5 घंटे तक चली ये बैठक बेनतीजा रही. इसके बाद किसानों ने ‘दिल्ली चलो’ का ऐलान कर दिया. किसान नेताओं और केंद्र के बीच बातचीत के बेनतीजा रहने के बाद किसानों को राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. इसके अलावा दिल्ली की सीमाओं पर कई स्तर के अवरोधक, कंक्रीट के ब्रेकर, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राजधानी की तीन सीमाओं – सिंघू, टिकरी और गाजीपुर पर दंगा-रोधी वर्दी में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है.