इन 4 बीमारियों में नहीं करना चाहिए घी का सेवन, जहर की तरह कर सकता है असर
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Ghee Side effects : भारतीय भोजन में घी की अहम भूमिका होती है. रोटी हो या दाल इसके बिना स्वाद नहीं आता. यह एक ऐसा डेयरी प्रोडक्ट है, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि सेहत को भी बहुत फायदा पहुंचाता है. दरअसल, घी में हेल्दी फैट, विटामिन ए, डी, ई जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपकी स्किन और हेयर की चमक बढ़ाने के साथ मांसपेशियां और हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं. लेकिन इतने गुणों से भरपूर घी कुछ बीमारियों में फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में चलिए जानते हैं घी किन-किन बीमारियों में जहर का काम कर सकता है…..
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घी का सेवन किन बीमारियों में नहीं करना चाहिए – In which diseases ghee should not be consumed
अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, घी में फैट की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिससे पाचन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं. इसलिए कमजोर पाचन शक्ति (upset stomach) वालों को घी के सेवन से दूर रहना चाहिए. इससे आपको ब्लोटिंग, मतली, और अपच की समस्या हो सकती है.
लिवर से जुड़ी बीमारी में खाने से बचें
वहीं, घी में सैचुरेटेड फैट होता है, जिससे लिवर (liver disease) पर दबाव पड़ सकता है. इसके परिणामस्वरूप गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा दिल से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को भी घी का सेवन नहीं करना चाहिए. क्योंकि इसमें वसा की मात्रा ज्यादा होती है, ऐसे में कोलेस्ट्रोल लेवल बढ़ सकता है.
दूध से एलर्जी है तो न करें सेवन
जिन लोगों को दूध से एलर्जी (dairy allergie) है, उन्हें भी घी का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे दाने, पित्ती, उल्टी, गैस, ब्लोटिंग, ऐंठन, सूजन और दस्त की परेशानी बढ़ सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.