आतंक के आकाओ, सुन लो… करगिल की शौर्य भूमि से PM मोदी की ललकार
करगिल दिवस के 25वें विजय दिवस के मौके पर लद्दाख के द्रास वॉर मेमोरियल से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर होते हैं. दिन महीने, साल और दशक गुजरते हैं और सदियां भी गुजरती हैं लेकिन राष्ट्रकी रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वालों के नाम अमिट रहते हैं.
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ऐसे सभी वीरों को मेरा प्रणाम
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि करगिल युद्ध के समय मैं अपने सैनिकों के बीच था. आज मैं फिर से करगिल की धरती पर हूं तो वो स्मृतियां मेरे मन में फिर ताजी हो गई. मुझे याद है कि किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी उंचाई पर इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया. मैं देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी वीरों को प्रणाम करता हूं. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया.
कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिये गए बलिदान अमर होते हैं: PM @narendramodi pic.twitter.com/hInf5Fa7t2
— PMO India (@PMOIndia) July 26, 2024
पाकिस्तान ने अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया
हमने सिर्फ युद्ध नहीं जीता बल्कि सत्य, संयम और सामथ्य का परिचय दिया. भारत उस समय शांति की कोशिश कर रहा था लेकिन पाकिस्तान ने अपना अविश्वासी चेहरा दिखा दिया. सत्य के सामने असत्य और आतंकवाद की हार हुई. पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को हमारे जवान पूरी ताकत से कुचलेंगे और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. लद्दाख हो या फिर जम्मू-कश्मीर. विकास के सामने आ रही हर चुनौती को भारत परास्त कर के ही रहेगा. कुछ ही दिन बाद इस 5 अगस्त को आर्टिकल 370 का अंत हुए 5 साल पूरे होने जा रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर आज नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है: PM @narendramodi pic.twitter.com/FWX0G0EXgI
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बदल रही जम्मू-कश्मीर की पहचान
जम्मू-कश्मीर आज नए भविष्य और नए सपनों की बात कर रहा है. आज जम्मू-कश्मीर की पहचान G-20 जैसे ग्लोबल समिट की अहम बैठक करने के लिए हो रही है. जम्मू-कश्मीर में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के साथ टूरिज्म सेक्टर में भी तेजी से विकास हो रहा है.
दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देंगे
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को हमारे जवान पूरी ताकत से कुचलेंगे और दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. लद्दाख हो या फिर जम्मू-कश्मीर. विकास के सामने आ रही हर चुनौती को भारत परास्त कर के ही रहेगा. कुछ ही दिन बाद इस 5 अगस्त को आर्टिकल 370 का अंत हुए 5 साल पूरे होने जा रहे हैं.
कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था, हमने ‘सत्य, संयम और सामर्थ्य’ का अद्भुत परिचय दिया था: PM @narendramodi pic.twitter.com/vcC6mVIyyz
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पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा. वो आतंकवाद के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है. लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है. मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. आतंकवाद को हमारे जाबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे. दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
#WATCH | PM Narendra Modi says, “…Agnipath scheme is also an example of the necessary reforms done by the Army…Some people used to think that the Army means saluting politicians, doing parades but for us, Army means the faith of 140 crore countrymen. The goal of Agnipath is… pic.twitter.com/oF3ZV7Fnp8
— ANI (@ANI) July 26, 2024
लद्दाख के विकास के लिए कर रहे काम
पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार निरंतर इस क्षेत्र के विकास के लिए काम कर रही है. बीते पांच सालों में हमने लद्दाख के बजट को 1100 करोड़ से बढ़ाकर 6000 करोड़ कर दिया. ये पैसा आज लद्दाख के लोगों के विकास में, सुविधाएं बढ़ाने में काम आ रहा है. बिजली, पानी, शिक्षा, रोजगार समेत लद्दाख में हर दिशा में दृश्य और परिदृश्य बदल रहा है. जल जीवन मिशन की वजह से लद्दाख के 90 फीसद से ज्यादा घरों में पाइप से पीने का पानी पहुंच रहा है. लद्दाख के युवाओं को बढ़िया शिक्षा मिले, इसके लिए सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी का निर्माण हो रहा है. फोर जी नेटवर्क का विस्तार भी हो रहा है. जोजिला टनल का काम भी जारी है. नेशनल हाइवे पर भी ऑल वेदर कनेक्टिविटी हो जाएगी.
हमारी सेना ज्यादा सक्षम और आत्मनिर्भर
पीएम मोदी ने कहा कि आज की वैश्विक परिस्थियां पहले से अलग है, ऐसे में हमारी सेना को हथियारों और उपकरणों के साथ कार्यशाली और व्यवस्थाओं में आधुनिक होना चाहिए. इसलिए देश डिफेंस सेक्टर में बड़े बदलाव की राह देख रहा था, सेना भी इसकी मांग कर रही थी. लेकिन बदकिस्मती से इसे पहले इतना महत्व नहीं दिया गया. बीते दस सालों में हमने इस क्षेत्र को अपनी प्राथमिकता बनाई. आज हमारी सेना ज्यादा सक्षम हुई है और आत्मनिर्भर भी हो रही है.
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