अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव परिणाम 2024 : जीत और रुझानों में डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त बरकरार, कमला हैरिस मुकाबले में लौटीं
नई दिल्ली:
US election results 2024 Kamala Harris Vs Donald Trump: अमेरिका में अगले चार साल किसका शासन चलेगा यानी दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश का राष्ट्रपति कौन होगा यह कुछ देर में फाइनल हो जाएगा. 5 नवंबर को वोटिंग के बाद से गिनती का काम चालू हो गया है. अभी तक की गिनती में अमेरिका के 50 राज्यों में 538 सीटों या अमेरिका के हिसाब से कहें तो इलेक्टोरल वोट के लिए चुनाव हुआ. इन सीटों में जीतने वाले प्रत्याशी को 270 का आंकड़ा पार करना है. अभी तक के परिणामों और रुझानों में डोनाल्ड ट्रंप 230 इलेक्टोरल वोट्स के साथ बढ़त बनाए हुए हैं और कमला हैरिस 205 इलेक्टोरल वोट पर बढ़त बनाए हुए हैं. जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था कि मुकाबला कड़ा होगा, वही देखने को मिल रहा है. कमला हैरिस जो शुरुआती गिनती में पिछड़ती नजर आ रही थीं बाद में उन्होंने अंतर को पाटकर मुकाबला कड़ा कर दिया.
सात स्विंग स्टेट में एक नॉर्थ कैरोलिना ट्रंप जीत चुके हैं और बाकी छह में आगे चल रहे हैं. गौरतलब है कि अमेरिका में कहा जाता है कि सात स्विंग स्टेट में जो जीतता है उसे पूरे चुनाव में जीत मिल जाती है. अभी तक स्विंग स्टेट की परिस्थिति को देखा जाए तो सातों स्टेट में डोनाल्ड ट्रंप आगे हैं. बता दें कि स्विंग स्टेट वे राज्य हैं जहां पर किसी पार्टी के समर्थन का रिकॉर्ड नहीं है. यानी लोग पार्टी और प्रत्याशी के हिसाब से वोट करते हैं और समर्थन बदल जाता है.
अलबामा में 9 इलेक्टोरल वोट्स हैं जहां डोनाल्ड ट्रंप जीत गए है.
अलास्का में 3 इलेक्टोरल वोट्स हैं.
अरकंसास में 6 इलेक्टोरल वोट्स हैं जहां डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज की है.
कैलिफोर्निया में 54 इलेक्टोरल वोट्स हैं. यहां कमला हैरिस जीती हैं.
कोलोरॉडो में 10 इलेक्टोरल वोट्स हैं. यहां पर कमला हैरिस जीत गई हैं.
कनेक्टीकट में 8 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
कोलंबिया डिस्ट्रिक्ट में तीन इलेक्टोरल वोट हैं. यहां कमला हैरिस जीत गई हैं.
डेलावेयर में 3 इलेक्टोरल वोट्स हैं यहां पर कमला हैरिस ने जीत दर्ज की है.
फ्लोरिडा में 25 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
जॉर्जिया में 13 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप आगे हैं.
हवाई में 4 इलेक्टोरल सीट हैं. यहां पर कमला हैरिस ने जीत दर्ज की है.
एलिनोएस में 22 इलेक्टोरल वोट्स हैं. यहां पर कमला हैरिस ने जीत दर्ज की है.
इंडियाना में 12 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
आईओवा में 7 इलेक्टोरल वोट्स हैं. ट्रंप जीत गए हैं.
कंसास में 6 इलेक्टोरल वोट्स हैं. ट्रंप जीत गए हैं.
कंसास में 6 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस आगे हैं.
केंटुकी में 8 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस आगे हैं.
लुइसियाना में 9 इलेक्टोरल वोट्स हैं और यहां पर ट्रंप जीत गए हैं.
मेरीलैंड में 10 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
मैसाचुसेट्स में 12 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
मिशिगन में 18 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस आगे हैं.
मिसीसिपी में 7 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
मिसौरी में 11 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
मोंटाना में 3 इलेक्टोरल वोट्स हैं. यहां पर ट्रंप ने जीत दर्ज की है.
नेब्रास्का में 5 इलेक्टोरल वोट्स हैं. यहां पर ट्रंप ने जीत दर्ज की है.
न्यू हैंपशर में 4 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस आगे हैं.
न्यू मैक्सिको में 5 इलेक्टोरल वोट हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
न्यू जर्सी में 15 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस यहां जीत गई हैं.
न्यूयॉर्क में 33 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
नॉर्थ कैरोलिना में 14 इलेक्टोरल वोट्स हैं. ट्रंप जीत गए हैं.
नॉर्थ डेकोटा में 3 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
साउथ डेकोटा में 3 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
ओहायो में 21 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
ओक्लाहामा में 8 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीते हैं.
ऑरेगॉन में 7 इलेक्टोरल वोट हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
पेंसिलवेनिया में 23 इलेक्टोरल वोट्स हैं. ट्रंप आगे हैं.
रोड आइलैंड में 4 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
साउथ कैरोलिना 8 में इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप आगे हैं.
टेन्नेस्सी में 11 इलेक्टोरल वोट्स हैं. यहां डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
टेक्सास में 32 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
उटाह में 5 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
वर्माउंट में 3 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
वर्जीनिया में 13 इलेक्टोरल वोट्स हैं. कमला हैरिस जीत गई हैं.
वॉशिंगटन में 11 इलेक्टोरल वोट्स हैं. यहां कमला हैरिस जीत गई हैं.
वेस्ट वर्जीनिया में 5 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप आगे हैं.
व्योमिंग में 3 इलेक्टोरल वोट्स हैं. डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं.
याद दिला दें कि अमेरिका में दो दलों के बीच मुकाबला होता है. डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन पार्टी के बीच मुकाबला होता है वर्तमान में जो बाइडेन की सरकार है. वे डेमोक्रेटिक पार्टी के 2020 में चुनाव जीतने के बाद राष्ट्रपति बने थे. उन्होंने तब डोनाल्ड ट्रंप को हराया है. 2020 की हार को डोनाल्ड ट्रंप ने आरंभ में स्वीकार नहीं किया था. लेकिन बाद में कोर्ट ने उनके सारे आरोपों को खारिज कर दिया था. इस बार के चुनाव में आरंभ में जो बाइडेन एक बार फिर चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की ओर से प्रत्याशी के रूप में आगे आए थे. लेकिन चुनाव प्रचार के कुछ ही दिनों बाद पार्टी में उनके विरुद्ध आवाजें उठीं और उन्होंने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपनी जगह मैदान में उतारने का ऐलान किया. पार्टी ने कमला हैरिस के नाम का अनुमोदन किया और वह डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से प्रत्याशी हो गईं. दूसरी तरफ रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप जो 2016 का चुनाव जीत कर राष्ट्रपति बने थे, एक बार फिर मैदान में उतरे.
डोनाल्ड ट्रंप के आक्रामक रवैये और जो बाइडेन की उम्र के चलते पहली चुनावी डिबेट में जो बाइडेन काफी पिछड़ने लगे थे. जिसके बाद डेमोक्रेटिक पार्टी में जो बाइडेन का विरोध हुआ और जुलाई में जो बाइडेन अपना नाम वापस लेने के साथ ही कमला हैरिस का नाम आगे बढ़ाया था. कमला हैरिस के पास डोनाल्ड ट्रंप के आक्रामक रुख का जवाब देने के लिए बहुत ज्यादा समय नहीं था. लेकिन कमला हैरिस ने चुनाव में जोरदार कैंपेन किया. डोनाल्ड ट्रंप को इस बार के चुनाव में अमेरिका के कई उद्योगपतियों का समर्थन हासिल था. दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार एलन मस्क ने तो समर्थन के साथ ही खुलकर कई बार डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में प्रचार भी किया.
अपनी कई चुनावी रैलियों में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की आर्थिक स्थिति को लेकर सवाल उठाए. इसके साथ ही उन्होंने महंगाई को देश के लोगों के सामने प्रमुखता से रखा. इसके अलावा उन्होंने यह भी लोगों के बीच बताया कि जो बाइडेन के राष्ट्रपति के तौर पर कमला हैरिस उनकी उपराष्ट्रपति रहते हुए नाकाम हुई हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि राष्ट्रपति बनने के बाद कमला हैरिस क्या बदलेंगी जो वह अभी तक नहीं कर पाईं थी. उधर, कमला हैरिस ने पूरा प्रयास किया कि डोनाल्ड ट्रंप के सवालों का सीधा जवाब दिया जाए. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वह बाइडेन प्रशासन से अलग अपनी नीतियों पर काम करेंगी.
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप जहां अर्थव्यवस्था और गैरकानूनी इमीग्रेशन के मुद्दे को सबसे ज्यादा उछाल रहे थे और कमला हैरिस को कम्युनिस्ट करार दे रहे थे वहीं कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप को एक अलोकतांत्रिक इंसान बताया. कमला हैरिस ने देश में लोकतंत्र को बचाने के मुद्दे के साथ साथ सबसे ज्यादा जोर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के मुद्दे को दिया.